चांद नज़र नहीं आया रवैय्यत हेलाल कमेटी का ऐलान

मर्कज़ी रवैय्यत हिलाल कमेटी सदर मजलिस उल्मा दक्कन का माहाना इजलास ब ज़िमन रवैय्यत हिलाल माह जमादी उल अव्वल १४३३ हज़री निगरानी मौलाना सय्यद मुहम्मद क़बूल बादशाह कादरी शुतारी मोतमद सदर मजलिस उल्मा दक्कन आज शाम हुसैनी बिल्डिंग मुअज़्ज़म जाहि मार्किट में मुनाक़िद हुआ। शहर में मतला साफ़ होने के बावजूद चांद नज़र नहीं आया।

रवैय्यत हिलाल कमेटी गुलबर्गा शरीफ़, महबूब नगर, नांदेड़, फुलवारी शरीफ़, दिल्ली, पटना, मुंबई, सूरत (गुजरात) और बैंगलौर से भी चांद नज़र ना आने की इत्तिलाआत मिलीं। लिहाज़ा तहत अहकाम शरईह मर्कज़ी रवैय्यत हिलाल कमेटी सदर मजलिस उल्मा दक्कन ऐलान करती है कि 24 मार्च बरोज़ शंबा ३० रबी उल आख़िर १४३३ह होगी।

इस इजलास में मौलाना सय्यद क़बूल बादशाह कादरी शतारी, मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद अज़ीम उद्दीन, मौलाना मुफ़्ती ख़लील अहमद, मौलाना सय्यद हसन इबराहीम हुसैनी सज्जाद पाशाह कादरी, मौलाना सय्यद महमूद बादशाह कादरी ज़र्रींकुलाह, मौलाना सय्यद औलिया-ए-हुसैनी मुर्तज़ा पाशाह कादरी और जनाब क़ाज़ी फ़ारूक़ आरफ़ी ने शिरकत की।

 

शीया उल्मा का ब्यान

** अली असग़र जाफरी साहब ने इत्तिला दी है कि मजलिस उल्मा-ओ-ज़ाक्रीन ने ऐलान किया है कि मतला साफ़ होने के बावजूद रवीत की इत्तिला नहीं मिली है । लिहाज़ा बरोज़ शंबा 30 रबी उलसानी है और 25 मार्च बरोज़ को शनबा यक्म जमादी उल अव्वल होगी। हसब ज़ैल उल्मा ने इस की तसदीक़ की है। मौलाना सय्यद रज़ा आक़ा, मौलाना सय्यद नबी हसन ज़ैदी ,

मौलाना सय्यद इब्राहीम मूसवी जुज़ आवरी , मौलाना सय्यद ज़फ़रयाबहैदर , मौलाना रज़ा अब्बास , डाक्टर मौलाना सय्यद निसार हुसैन हैदर आक़ा , मौलाना सय्यद अली नक़ी नजफ़ी , मौलाना अली हैदर फ़रिश्ता और मौलाना सय्यद जलाल हैदर ।