चांद पर जाने वाली सुनीता का यह खाब अधूरा

मुंबई, 05 अप्रैल: खला की मुसाफिर सुनीता विलियम्स का कहना है कि उनका चाँद पर जाने का खाब तो जरूर है। लेकिन आने वाले वक्त में वे साइंस की टीचर बनना चाहती हैं।

यहां नेहरू साइंस सेंटर में बच्चों से मुलाकात के बाद सहाफियों से बातचीत में सुनीता ने अपनी खाहिश जाहिर की। हिंदुस्तान-अमेरिका खलाई ताऊन के मसले पर उन्होंने कहा मैं नासा में रह चुकी हूं। मैंने हिम्दुस्तान और अमेरिका के बीच बढ़ते रिश्तों को भी समझा है। इसरो और नासा के बीच भी ताल्लुक बेहतर हो रहे हैं। यह अच्छी बात है।

खला में अकेला महसूस करने के सवाल पर सुनीता ने कहा कि ऐसा कतई नहीं है। वहां से भी ज़मीन से ताल्लुक सीधे तौर पर जुड़ा रहता है।

फोन पर घर वालो और दोस्तों से कभी भी बात की जा सकती है। चाँद पर फिर जाने का खाब है। सुनीता ने कहा कि मरीख़ (मंगल) पर जाना हैरान करने करने वाला होगा। लेकिन उन्हें महसूस हो रहा है कि एक प्रोफेशनल के तौर पर उनके लिए यह मुम्किन नहीं होगा।