चाईबासा डिवीजन के इंजीनियर सोनेलाल दास को निगरानी अदालत में पेशी के बाद बिरसा सेंटर जेल भेज दिया गया। जेल भेजने से पहले दास के हजारीबाग फॉरेस्ट कालोनी वाकेय रिहाइशगाह पर सनीचर की सुबह निगरानी ब्यूरो की टीम ने धावा बोला। यहां से इंजीनियर की तरफ से जमा की गई जायदाद के दस्तावेज और नकद रकम बरामद की गई। साथ ही कई सामान भी जब्त किए गए हैं।
छापेमारी दल की कियादत कर रहे डीएसपी शरीक निगरानी ब्यूरो थाना इंचार्ज मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि बरामद दस्तावेज की बुनियाद पर इंजीनियर के पास दो करोड़ रुपये से ज़्यादा की जायदाद का मामला बनता है।
दास को चाईबासा जिला स्कूल के मरम्मत काम में लगे जितेंद्र चौबे से 80 हजार रुपये घूस लेते हुए उनके दफ्तर से जुमा को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद जुमा शाम में चाईबासा के मजिस्ट्रेट कालोनी वाकेय रिहाइशगाह से निगरानी ब्यूरो ने 3,99,430 रुपये नकद बरामद किए थे। इसके अलावा मुखतलिफ़ बैंकों में जमा किए गए रकम की रसीद वगैरह बरामद किए गए थे। दास असल तौर से बिहार के बेगूसराय के विष्णुपुर के रहने वाले है।
हजारीबाग रिहाइशगाह से क्या मिला :
90 हजार का एनएससी के कागजात जो बेगूसराय के पोस्ट आफिस से खरीदे गए हैं।
इंजीनियर ने बीवी अंजली दास के नाम से बेगूसराय में 18 डिसमिल जमीन लिया है। इसकी कीमत 11.88 लाख।
हजारीबाग के फॉरेस्ट कालोनी में 19 डिसमिल जमीन, इस पर तीन मंजिला दो अलग-अलग रिहाइशगह बना हुआ है। इसकी कीमत एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
पटना के कंकड़बाग वाकेय मशरिकी अशोक नगर सहकारी गृह निर्माण समिति का प्लाट नंबर बी-33, रकवा 2400 वर्ग फीट। सरकारी कीमत 16,880 रुपये।
जेन एलएक्स कार, कीमत 3.80 लाख।
जब्त सामान :
नकद : 8,500 रुपये, पलंग : सात पीस, सोफा सेट : दो, वाशिंग मशीन : एक, आलमीरा : 05, फ्रिज : एक, कूलर : एक, एलसीडी : दो, डायनिंग टेबल : एक, मोटरसाइकिल एक।
अलकतरा घपला में हुई थी कार्रवाई :
चर्चित अलकतरा घपला की सीबीआइ तहक़ीक़ात में भी इंजीनियरी सोनेलाल दास फंसे थे। मामले में ज़ाती महकमा कार्रवाई के तौर पर इनके दो तंख्वाह इजाफा पर महकमा ने रोक लगाई थी।