हैदराबाद 3 फरवरी (सियासत न्यूज़ ) पुराना शहर में तारीख़ी यादगार चारमीनार के दामन में आज जुमेरात की इबतिदाई साअतों में यकायक सनसनी पैदा होगई जब ऑक्टोपस कमांडोज़ ने तमसीली मश्क़ अंजाम दी । ये ड्रिल इंतिहाई खु़फ़ीया अंदाज़ में अंजाम दी गई जबकि आम लोगों को काफ़ी उलझन हुई जब उन्हों ने मुसल्लह कमांडोज़ को स्रात से कार्रवाई करते देखा ।
ऑक्टोपस के मुसल्लह कमांडोज़ चारमीनार पर रात 2-30 और 3-00 बजे के दरमयान पहुंचे और यकायक इस तारीख़ी यादगार के अतराफ़ तमसीली मश्क़ शुरू करदी जबकि एक फ़र्ज़ी दहश्तगर्द वहां बुलंदी पर छिपा हुआ था और इस ने वहां मौजूद चंद सय्याहों को यरग़माल बनालिया था। इन कमांडोज़ का मक़सद दहश्तगरदों की गिरिफ़त से यरग़मालियों को को आज़ाद कराना था । बुलेट प्रफ़ू जैकेटस पहने कमांडोज़ ने जो असरी हथियारों और आलात से लैस थे , दहश्तगर्द को गोली मार कर सफ़ाया करते हुए इस तमसीली मश्क़ को कामयाबी से अंजाम दिया और यरग़माली सय्याहों को आज़ाद भी किराया गया ।
कमांडोज़ ने चारमीनार के क़रीब कमांड ऐंड कंट्रोल भी क़ायम करते हुए जदीद तरीन मुवासलाती सटस के ज़रीया एक दूसरे के साथ राबिता क़ायम रखा । ज़राए के मुताबिक़ इस तमसीली मश्क़ की निगरानी इन्सपैक्टर जनरल ऑक्टोपस एन वे सुरेंद्र बाबू ने की । कमांडोज़ ने शहर भर में और बिलख़सूस दहश्तगरदों से इमकानी ख़तरे वाले मुक़ामात पर इस तरह के डरलस अंजाम देना का मंसूबा बनाया है । ज़राए ने कहा कि ऑक्टोपस कमांडोज़ मज़ीद तमसीली मश्क़ें क़िला गोलकुंडा, सालार जंग म्यूज़ीयम और दीगर मुक़ामात पर करेंगे।