चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले (आरसी 20 ए/96) में बिहार के साबिक़ वजीरे आला लालू प्रसाद बहस के लिए तैयार हो गये हैं। इसके लिए उन्होंने सीबीआइ के खुसुसि जज पीके सिंह की अदालत में दरख्वास्त दायर की है। बहस के लिए 10 दिनों का वक़्त मांगा है। वहीं, साबिक़ वज़ीरे आला जगन्नाथ मिश्र ने एक दिन का वक़्त मांगा है। साबिक़ वज़ीर विद्यासागर निषाद ने भी बहस के लिए वक़्त की मांग की है। खुसुसि अदालत ने वक़्त देने के मामले में मंगल को फैसला सुनायेगी। मामले की सुनवाई के लिए 29 अगस्त की तारीख मुकर्रर की है।
सुप्रीम कोर्ट के हुक्म की कॉपी सौंपी : पीर को सुनवाई के दौरान लालू प्रसाद की तरफ से जज तब्दील की मांग पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कॉपी खुसुसि अदालत में पेश की गयी। उनकी तरफ से बहस के लिए नौ सितंबर से 10 दिनों का वक़्त मांगा गया। इसके बाद साबिक़ वज़ीरे आला जगन्नाथ मिश्र की तरफ से भी दरख्वास्त दायर कर बहस के लिए एक दिन का वक़्त मांगा गया।
मंगल को सीबीआइ के खुसुसि जज इस बात का फैसला करेंगे कि इन दोनों साबिक़ वज़ीरे आला को अपने बचाव में दलील देने के लिए कब से कब तक का वक़्त दिया जाये। इनके अलावा अगर कुछ और मुल्ज़िम अपनी बात कहना चाहते हैं, तो वे सुप्रीम कोर्ट के हुक्म के रोशनी में 15 दिनों के अंदर ही अपनी बात कह सकते हैं। इसके बाद पांच दिन का वक़्त सीबीआइ के लिए मुकर्रर है। दफा और सीबीआइ की दलील खत्म होने के बाद खुसुसि जज फैसला सुनाने की तारीख मुकर्रर करेंगे। इसके बाद मुकर्रर तारीख पर फैसला सुनायेंगे।