चारा घोटाला : शिकंजा तेज , तीन अलग अलग मामलों में कोर्ट में हाजिर हुए लालू

इस मामले में लालू की अोर से सांसद जयप्रकाश नारायण यादव अौर बिहार विधानसभा के अंडर सेक्रेटरी मो जैनुल ने गवाही दी. सांसद जयप्रकाश ने अपनी गवाही में राज्यपाल की शक्तियां अौर निर्णय के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्यपाल बिना कैबिनेट के अनुमोदन के लालू प्रसाद के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति दी थी, जबकि वह ऐसा नहीं कर सकते हैं. सीबीआइ की अोर से कहा गया कि राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद  है अौर वह (राज्यपाल) अपने विधिक सलाहकारों की मदद से निर्णय ले सकते हैं. मो जैनुल ने बिहार विधानसभा की कार्यवाही अौर प्रश्नों के बारे में जानकारी दी.
अभियोजन की अोर से मो जैनुल से पूछा गया कि विभागीय मंत्री व मुख्यमंत्री के ध्यान में विभागीय अनियमितता की बात विधानसभा में उठायी जाती है, तो उन्हें क्या करना चाहिए? गवाही खत्म होने के बाद लालू सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में हाजिर हुए. यहां उन्होंने आरसी 47ए/96 मामले में उपस्थिति दर्ज करायी. इस मामले में अभियोजन की अोर से गवाही चल रही है. फिर लालू प्रसाद सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में हाजिर हुए. यहां पर आरसी 68ए/96 मामले में उनकी अोर से गवाहों की लिस्ट सौंपी गयी.

इन दिनों मोरहाबादी स्थित राजकीय अतिथिशाला नेताओं व कार्यकर्ताओं से पटा पड़ा है. सुबह से ही राजद के नेता व कार्यकर्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की एक झलक पाने को बेताब दिख रहे हैं. दिन भर नेताओं व कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा. गुरुवार को सबसे पहले कोडरमा की पूर्व विधायक सह राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी लालू प्रसाद से पहुंची. थोड़ी देर बाद पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह, मनोज भुइयां, संजय प्रसाद यादव व पूर्व विधायक जनार्दन पासवान भी गेस्ट हाउस पहुंचे. इस दौरान चाय व कॉफी के साथ देश व झारखंड की राजनीति पर चर्चा की गयी.