नई दिल्ली, ०७ नवंबर: इंदिरा गाधी एयरपोर्ट पर करीब सात बजे एक बड़ा हादसा होते-होते उस वक़्त टल गया, जब चार तय्यरे आपस में टकराते-टकराते बचे।
कहा जा रहा है कि एक खानगी तैय्यारा (चार्टर विमान), जिसका पहले से एयरपोर्ट पर उतरने का वक़्त मुकर्रर नही था , ने एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोलर) की हिदायत (निर्देश) को समझने में गलती की। जिसकी वजह से यह खतरनाक हालत पैदा हुई और एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया, लेकिन एटीसी ने वक्त पर हालात पर क़ाबु कर लिया।
रिपोर्ट के मुताबिक एक खानगी तय्यारा रन-वे 28 पर खड़ा था। एटीसी ने उसे हुक्म दिया कि वह रन-वे-28 को खाली करे। क्योंकि उस रन-वे से थोड़ी देर में जेट एयरवेज की दिल्ली-दोहा (दुबई) फ्लाईट परवाज़ करने वाली थी।
इसके अलावा इसी रन-वे पर जेट एयरवेज की दूसरी फ्लाईट चेन्नई से भी आ रही थी। इसी दौरान चेन्नई से एक खानगी तय्यारा लैंड कर गया। वह टर्मिनल तीन से टर्मिनल एक क्रास करते हुए इस रन-वे पर आ गया। एटीसी ने जब यह नज़ारा देखा तो उनके होश उड़ गए।
एटीसी ने फौरन सूझबूझ के साथ पहले दोहा के लिए परवाज़ करने के लिए तैयार जेट एयरवेज के तैय्यारे को परवाज़ रोकने का हुक्म दिया। इस तैय्यारे में करीब दो सौ मुसाफिर थे। इसके बाद चेन्नई से आ रहे तैय्यारे को रनवे पर उतरने से मना किया गया। तब जाकर एक बड़ा हादसा होने से टला और आफसरों ने राहत की सास ली।
मर्कज़ी विज़ारते हवाबाज़ी ने इस मामले को संजीदगी से लिया है और यहक़ीक़ात का हुक्म दिए हैं।