पटना 20 जून : पीएमसीएच के बच्चे की डिपार्टमेंट में बुध की देर रात माँ का एक दूसरा ही चेहरा देखने को मिला। एक खातून, अपने चार नौ मालूद बच्चों को एनसीयु में भर्ती कराने के बाद लापता हो गई। इसका खुलासा तब हुआ जब डॉक्टरों ने दवाएं और दीगर सामान मंगाने के लिए उनकी खोजबीन शुरू की।
काफी देर तक खोजबिन के बाद जब बच्चों के घरवाले नहीं मिले तो डॉक्टरों ने दूसरे बच्चों की बची दवाओं से उनका इलाज शुरू किया। अहले खाना, जो मोबाइल नंबर दे गए थे, उसमें पचासों बार फोन करने पर भी बात नहीं हो सकी।
क्या है मामला : दारुल हुकुमत के ही एक नर्सिग होम में औरंगाबाद की रहने वाली रागिनी देवी ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। इसमें दो लड़के और दो लड़किया थीं। सभी का वजन 250 ग्राम से लेकर 450 ग्राम तक था। ऐसे बच्चों के बचने की उम्मीद काफी कम होती है। इसके बाद अहले खाना चारों बच्चों को लेकर रात नौ बजे पीएमसीएच पहुंचे।
डॉक्टरों ने उन्हें एनसीयु में भर्ती कर बाहर इंतजार करने को कहा। बच्चों का टेस्ट कर जब दवा और दीगर सामान मंगाने के लिए जब डोक्टरों ने उनकी खोजबीन की तो वह लोग नहीं मिले। इस दरमियान डॉक्टरों ने पुर्जे में लिखाए मोबाइल नंबर 9162221831 पर फोन किया लेकिन, किसी ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद पूरे अस्पताल में मुज़ाकरत का बाजार गर्म हो गया।