चार लोगों को बचाने पर होमगार्ड अकबर अली को सिर्फ़ 2 हज़ार रुपये इनाम

महकमा पुलिस को इंतिहाई बदनाम इदारों में शुमार किया जाता है और उस की एक वजह ये है कि जिस तरह मुट्ठी भर अश्रार सारे माहौल को बिगाड़ देते हैं उस तरह हर महकमा में अच्छे और बुरे लोगों की कमी नहीं। चुनांचे महकमा पुलिस में भी उसे मुलाज़मीन की कमी नहीं जो दियानतदारी के ज़रीए बद उनवान ओहदेदारों को शर्मिंदा करने में कोई कसर बाक़ी नहीं रखते। वैसे भी दियानतदारी और सख़्त मेहनत कभी रायगां नहीं जाती कभी ना कभी दुनिया ऐसे मुलाज़मीन की अहमियत को तस्लीम करही लेते हैं।

ऐसे ही मुलाज़मीन में ट्रैफिक पुलिस के सीनियर होमगार्ड अकबर अली भी हैं जो ख़ैरताबाद के मसरूफ़ तरीन इलाक़ा में अपनी ड्यूटी अंजाम देते हैं। अकबर अली गुज़िश्ता 16 बर्सों से महकमा पुलिस में ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं। आम पुलिस वालों की तरह ही वो काम करते हैं लेकिन वो दीगर पुलिस वालों से बिलकुल मुख़्तलिफ़ और मुनफ़रद हैं अब तो उन्हों ने अपनी शानदार कारकर्दगी के ज़रीए अवाम में महकमा पुलिस का इमेज बेहतर बनाया है।

अकबर अली एक मुनफ़रद पुलिस होमगार्ड इस लिये हैं कि उन्हों ने हाल ही में चार ज़िंदगियां बचाईं हैं और चार लोगों की ज़िंदगियां बचाने पर उन्हें जो रकमी इनाम दिया गया है।

इस बात में आप जान कर ना सिर्फ़ हैरतज़दा रह जाएंगे बल्कि अफ़सोस का इज़हार करने लगेंगे। इस कारनामा पर अकबर अली की पुलिस के आला ओहदेदारों बाशमोल अमीत गर्ग ने सताइश की और होमगार्ड कमांडैंट ने उन्हें सिर्फ़ दो हज़ार रुपये का चेक बतौर इनाम पेश किया।

इस होमगार्ड से बात चीत के दौरान इनामी रक़म के बारे में सवाल किया गया तो इस ने बड़ी बेबाकी के साथ जवाब दिया मैंने कोई कारनामा अंजाम नहीं दिया बल्कि अपनी ड्यूटी निभाई, इंसानियत का मुज़ाहरा किया और जहां तक इनामी रक़म का सवाल है चार ज़िंदगियां बच गईं, यही मेरे लिये सब से बड़ा इनाम है जब कि पुलिस के आला ओहदेदारों और अवाम ने जो सताइश की वो मेरे लिये एक एज़ाज़ है।

महंगाई के इस दौर में माहाना 6 हज़ार रुपये तनख़्वाह पाने वाले इस होमगार्ड का ये जवाब सुन कर हम लाजवाब हो गए और सोचने लगे कि सरकारी महकमा में ऐसे लोग भी हैं जो ख़िदमते ख़ल्क़ का जज़बा रखते हैं।

36 साला अकबर अली 1998 में महकमा पुलिस में बहैसियत होमगार्ड शमूलीयत इख़्तियार की थी। बहरहाल महकमा पुलिस इस तरह के ओहदेदारों की क़दरदानी और हौसला अफ़्ज़ाई करे क्यों कि ये वो मुलाज़मीन हैं जिन्हों ने अवाम में पुलिस की शबीहा बेहतर बनाने में अहम रोल अदा किया है।