इसराईल ने चार साल के बाद मिस्र में अपना सिफ़ारतख़ाना दोबारा खोल दिया है जो कि मुश्तइल हुजूम के हमले के बाद बंद कर दिया गया था। इसराईल के वज़ारते ख़ारजा ने एक बयान में कहा कि डायरेक्टर जेनरल डोर गोल्ड इस सिलसिले में क़ाहिरा गए हैं। सितंबर 2011 में मुज़ाहिरीन ने सिफ़ारतख़ाने पर धावा बोल दिया था और यहां से सफ़ीर यित्ज़ाक लीवानोन और दीगर अमले को मुंतक़िल होना पड़ा था।
ये मुज़ाहिरे इन पाँच मिस्री सिक्यूरिटी अहलकारों की हलाकत के ख़िलाफ़ किए जा रहे थे जिन्हें इसराईली फ़ौजीयों ने उस वक़्त हलाक कर दिया था जब कि सरहद पर मुश्तबा अस्करीयत पसंदों का पीछा कर रहे थे। उस में आठ ईसराईलीयों को हलाक कर दिया गया था।