चार हजार अदारों को नोटिस जारी

सूबे के कई कारोबारी और कॉरपोरेट हाउस इंकम टैक्स के साथ सर्विस टैक्स का भी अदायगी नहीं कर रहे हैं। मर्कज़ी पैदावार फीस महकमा ने इंकम टैक्स महकमा के मदद से रियासत के चार हजार बड़े कारोबारी और कॉरपोरेट घरानों को खत लिख कर मौजूदा माली साल में सर्विस टैक्स का अदायगी करने का हिदायत दिया है।

बिहार से महकमा ने सर्विस टैक्स के तौर में 406.45 करोड़ रुपये की वसूली का हदफ़ मुकर्रर किया है, जिसमें जनवरी तक 315 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है।

बीएसएनएल सबसे ज़्यादा टैक्स देनेवाला

बिहार में सबसे ज़्यादा सर्विस टैक्स की अदायगी बीएसएनएल करता है। बीएसएनएल ने इस साल 12 करोड़ रुपया सर्विस टैक्स की अदायगी किया है, जबकि प्राइवेट शोबे की कंपनी आइडिया दूसरे नंबर पर है। कंपनी ने अबतक 11.54 करोड़ रुपये का अदायगी किया है। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन व इंडियन ऑयल भी सर्विस टैक्स अदागयी में आगे है।

सर्विस टैक्स अदायगी में इन्टरेस्ट नहीं दिखाने वाली कंपनी और कॉरपोरेट घरानों को महकमा ने 31 दिसंबर तक बिना किसी जुर्माने के सेटलमेंट कराने की मंसूबा चलायी थी। महकमा के अफसर कहते हैं कि मंसूबा के तहत महकमा को 42 करोड़ रुपये सर्विस टैक्स हासिल हुआ है, लेकिन अभी भी रियासत में चार हजार से ज़्यादा कंपनियां और कॉरपोरेट घरानों ने 31 दिसंबर तक सर्विस टैक्स की अदायगी नहीं किया है।