चाहे आप मुसलमान ही क्यों न हों आप अपने सपनों की पूर्ति कर सकते हैं:राहीला

वाशिंगटन 23 नवंबर:एक मुस्लिम अमेरिकी महिला जो माता पिता का संबंध हिन्द पाक है, अमेरिकी राज्य मेरीलैंड में आयोजित एक महत्वपूर्ण चुनाव में जीत हासिल की है जबकि आश्चर्य की बात यह है कि राज्य में आप्रवासियों विरोधी और मुस्लिम विरोधी भावनाओं पाए जाते हैं।

23 वर्षीय राहीला अहमद ने मेरीलैंड की प्रिंस जॉर्ज काउंटी में स्थित एक स्कूल बोर्ड के चुनाव में लंबे समय से वहाँ सेवा करने वाली निगरानकार 15 प्रतिशत वोटस के अंतर से हरा कर जीत हासिल की। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि राहीला अहमद ने चार साल पहले यानी 2012 में भी यही चुनाव लड़ा था।

हालांकि इस समय उन्हें सफलता हासिल नहीं हुई थी। उनके पिता का संबंध भारत और माँ का संबंध पाकिस्तान से है। राहीला अहमद की सफलता इसलिए भी महत्व है कि उनके क्षेत्र में 80 प्रतिशत आबादी अफ्रीकी अमेरिकी नागरिकों होता है।

चुनाव के लिए राहीला अहमद की सबसे समर्थन करने वालों में रिपब्लिकन राष्ट्रीय समिति के पूर्व अध्यक्ष माइकल स्टील का नाम उल्लेखनीय है। इस अवसर पर खुद राहीला अहमद ने कहा कि यह एक सहमत है कि उन्हें उसी दिन सफलता मिली जिस दिन डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी सदर निर्वाचित और एक हिजाब पहनने वाली महिला हूँ और किसी भी सार्वजनिक कार्यालय के लिए उनका चयन इस बात की दलील है कि अमेरिकी नागरिकों में भी विविधता की कोई कमी नहीं है और अमेरिका में रहते हुए (चाहे आप मुसलमान ही क्यों न हों) आप अपने सपनों की पूर्ति कर सकते हैं।