बोकारो : घर की मुर्गी दाल बराबर वाली कहावत अब पुरानी हो गई। अब दाल और सब्जियां मुर्गी से महंगी हो गई। 120 रुपए किलो मुर्गी बिक रही है, वहीं 150 रुपए किलो दाल बिक रही है। प्याज ऐसे रुला रही है कि कहीं 70 तो कहीं 80 रुपए किलो बिक रही है। हरी सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं।
कोई भी हरी सब्जी 30 रुपए किलो से नीचे नहीं बिक रही है। महंगाई ऐसे सिर चढ़कर बोल रही है कि अब मिडिल क्लास व गरीब तबके के लोगों की थाली से दाल और सब्जी दूर होती जा रही है। हर खानदान के किचन का बजट गड़बड़ा गया है।
कांग्रेस पूछ रही सवाल, भाजपा दे रही सफाई
पीएम नरेंद्र मोदी इंतिख़ाब के वक़्त सिर्फ बड़ी बड़ी एलानात ही करते थे। मोदी हुकूमत ने एक साल में कुछ नहीं किया। महंगाई सिर चढ़कर बोल रही है। महंगाई की मार झेलते झेलते अवाम की कमर टूट रही है और भाजपा हुकूमत कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए एक्ट बना रही है। महंगाई पर कंट्रोल करने की कूवत भाजपा हुकूमत में नहीं है। अवाम पर बोझ बनी इस हुकूमत को बने रहने का हक़ नहीं है।
जवाहर लाल महथा, रियासती सेक्रेटरी कांग्रेस
नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली, वाली कहावत कांग्रेस पर लागू होती है। जिस कांग्रेस ने महंगाई को बढ़ाया, उसे वजीरे आजम नरेंद्र मोदी कंट्रोल कर रहे हैं। आम आदमी का 12 रुपये में दो लाख का इंसुरेंस कराना ख्वाब से परे है, वह काम मोदी जी ने किया। टमाटर और प्याज पर थोड़ी बहुत महंगाई दिख रही है, वह जमाखोरों की वजह से हुई है। यह भी कांग्रेस की ही साजिश है। जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर इसपर कंट्रोल किया जाएगा।
विरंची नारायण, एमएलए बोकारो
सब्जियों और दालों के दाम
अरहर दाल 150 रुपए, प्याज 70 से 80 रुपए, नेनुआ 30 रुपए, भिंडी 40 रुपए, टमाटर 40 रुपए, बैंगन 30 रुपए, लौकी 30 रुपए, झिंगी 30 रुपए, खीरा 30 रुपए फी किलो बिक रहा है।