चिटफंड कंपनी की ज़द में देहि झारखंड

रांची 25 अप्रैल : झारखंड के देही ठगों के मायाजाल में फंसे हुए हैं। चिट-फंड का कारोबार करनेवाली गुमनाम कंपनियों ने यहां अपना धंधा फैलाया, माल समेटा और चलते बने। कुछ अब भी वसूली कर रहे हैं।

पूरे अदाद व शुमार को शामिल करें, तो जमा रकम करोड़ों में होगी। रांची के अनगड़ा इलाके में धनबाद की ए-सिक्यूरिटी ने करीब 800 गरीबों से 15 लाख रुपये की ठगी की। देहातियों को बताया गया था कि वह एक हजार रुपये जमा करें, उन्हें पहले माह 20, फिर 40, फिर 60 व इसी तरह से 80 हजार रुपये तक मिलेंगे। लालच में दिहाड़ी मजदूरों ने इस कंपनी में एक-एक हजार रुपये जमा कराये. चार माह बाद ही कंपनी फरार हो गयी।

धनबाद के तीन ठग एलमिना, केके महतो और एस हाजर ने इस वकिया को अंजाम दिया।

वहीं गुमला, धनबाद और रामगढ़ समेत दीगर अज़ला में काम करनेवाली एक कंपनी ने तो रांची में लगभग 700 एजेंट उतार दिये हैं। ये लोग कोर्ट-टाई पहन कर रुपये जमा करा रहे हैं। कंपनी के एक नुमाय्न्दे के मुताबिक़, कंपनी के पास दो लाख एकड़ जमीन दूसरे रियासतों में हैं। प्लाटिंग करने के बाद जमीन की फ़रोख्त होगी। आमदनी की तक़सीम पैसे जमा करनेवालों के दरमियान होता है। यह पूछने पर कि झारखंड में कितनी जमीन है? नुमाय्न्दे ने कहा कि यहां नहीं है, क्योंकि यहां जमीन में लफड़ा है।