कलकत्ता: पश्चिम बंगाल में चिटफंड कंपनीयों के फ़रेब से देही इलाक़ों के लोगो को बचाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य भर में कोपरेटीव बैंकों की सर्विस में इज़ाफ़ा करने का फ़ैसला किया है। इस वक़्त क्वापरेटीव बैंक से 1.5 करोड़ लोग जुडे हैं।
इस वक़्त 3,354 ग्राम पंचायत में से 21 फ़ीसद इलाक़ों में बैंक का कोई ब्रांच नहीं है। पश्चिम बंगाल में पिछले सालों में शारदा चिटफंड,रोज़ वैली, आई कौर, चकराटा ओर जैसी कंपनीयों ने मार्कीट हज़ारों करोड़ रुपय लोगों से जमा किए हैं और अब ये कंपनीया दीवाली हो गई हैं और लोगों के रुपय डूब चुके हैं। इन घोटालों की केंद्र एजैंसीयां सी बी आई और ई डी जैसी एजैंसीयां कर रही है।
इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के कई पार्लीमैंट मैंबर और असैंबली मैंबर की गिरफ़्तारी हो चुकी है। अब जब कि लोक सभा चुनाव का वक़्त क़रीब है और तृणमूल कांग्रेस के ख़िलाफ़ अप्पोज़ीशन इन घोटालों को हथियार बना सकती है।