चिदम़्बरम ने कोई ग़लत काम नहीं किया : मनमोहन सिंह

काबीना में इख़तिलाफ़ात की भी तरदीद : तय्यारा में वज़ीर-ए-आज़म की सहाफ़ीयों से बातचीत
ज़हीरउद्दीन अली ख़ां
वज़ीर-ए-आज़म के ख़ुसूसी तय्यारा से : 22 सितंबर : वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह ने आज इस बात की तरदीद की कि 2G असपीकटरम अस्क़ाम पर जो खु़फ़ीया नोट मौज़ू बेहस बना हुआ है इस पर मर्कज़ी काबीना में किसी तरह का इख़तिलाफ़ राय नहीं है । डाक्टर मनमोहन सिंह ने मौजूदा वज़ीर-ए-दाख़िला मिस्टर पी चिदम़्बरम के ताल्लुक़ से कामिल एतिमाद और यक़ीन का इज़हार किया और कहा कि इन का किरदार किसी भी शक-ओ-शुबा से बालातर है । डाक्टर मनमोहन सिंह ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा जनरल असैंबली इजलास में शिरकत केलिए फ़्रैंकफ़र्ट से न्यूयार्क जाते हुए उन के साथ सफ़र कर रहे सहाफ़ीयों से तय्यारा में बातचीत करते हुए इस ख़्याल का इज़हार किया । उन्हों ने सहाफ़ीयों के इस्तिफ़सार पर कहा कि वो नहीं जानते कि असल मुआमला किया है । सारा मुआमला अदालत में ज़ेर दौरान है और इस पर कोई तसफ़ीया नहीं हुआ है ऐसे में वो कोई तबसरा करना नहीं चाहते । उन्हों ने कहा कि जहां तक मिस्टर पी चिदम़्बरम का सवाल है बहैसीयत वज़ीर फ़ीनानस उन्हें मेरा ( वज़ीर-ए-आज़म ) का मुकम्मल यक़ीन और भरोसा हासिल था और वज़ीर-ए-दाख़िला की हैसियत से भी उन्हें इन का यक़ीन और एतिमाद हासिल है । उन्हों ने कहा कि उन्हें यक़ीन है कि मिस्टर पी चिदम़्बरम ने बहैसीयत वज़ीर फ़ीनानस कोई ग़लत काम नहीं किया है । उन्हों ने कहा कि जिस खु़फ़ीया नोट का तज़किरा किया जा रहा है वो दर असल क़ानून हक़ मालूमात के तहत दायर करदा दरख़ास्त के नतीजा में सामने आई है और चूँकि वो सारे मुआमला से तफ़सीली तौर पर वाक़िफ़ नहीं हैं इस लिए वो ज़्यादा कुछ नहीं कह सकते । ये हंगामा सिर्फ एक दरख़ास्त पर दिए जाने वाले जवाब की बुनियाद पर खड़ा हुआ है । डाक्टर मनमोहन सिंह ने
ताहम कहा कि वो इस ख़्याल से इत्तिफ़ाक़ नहीं करते कि इस मसला पर मर्कज़ी काबीना में किसी तरह का इख़तिलाफ़ राय पाया जाता है । उन्हों ने कहा कि मौजूदा हालात को वुज़रा के माबैन किसी भी लड़ाई या इख़तिलाफ़ राय से ताबीर नहीं किया जा सकता । वाज़िह रहे कि वज़ारत फ़ीनानस की इस खु़फ़ीया नोट के मसला पर 2G असपीकटरम अस्क़ाम में ज़बरदस्त हंगामा आराई जारी है और बी जे पी-ओ-दीगर अप्पोज़ीशन जमातों ने मिस्टर पी चिदम़्बरम से फ़ौरी अस्तीफ़ा का मुतालिबा किया है । इन का कहना है कि इस अस्क़ाम केलिए जिस से सरकारी ख़ज़ाना को 1,76,000 करोड़ रुपय के ख़सारा का अंदाज़ा है मिस्टर चिदम़्बरम भी ज़िम्मेदार हैं क्योंकि उन्हों ने वज़ारत फ़ीनानस के ओहदेदारों के इस ख़्याल को कोई एहमीयत नहीं दी कि असपीकटरम का अलाटमैंट हराज के ज़रीया किया जाना चाहीए । क़ब्लअज़ीं मिस्टर चिदम़्बरम ने कल रात फ़्रैंकफ़र्ट में मनमोहन सिंह के क़ियाम के दौरान उन से फ़ोन पर बातचीत करते हुए मौजूदा हालात पर अफ़्सुर्दगी का इज़हार किया था । समझा जा रहा है कि वज़ीर-ए-आज़म ने उन्हें जलदबाज़ी में कोई फ़ैसला ना करने का मश्वरा दिया है और उन से सब्र-ओ-तहम्मुल से काम लेने की अपील करते हुए वाज़िह करने की कोशिश की कि उन्हों ने अभी इस नोट का मुशाहिदा नहीं किया है । समझा जाता है कि डाक्टर मनमोहन सिंह ने अपनी बैरूनी दौरा से हिंदूस्तान को वापसी तक मिस्टर चिदम़्बरम को इस मसला पर कोई ब्यान जारी करने से गुरेज़ का मश्वरा दिया है । वज़ीर फ़ीनानस मिस्टर परनब मुकर्जी ने भी कल शब मिस्टर चिदम़्बरम से फ़ोन पर बातचीत की थी ताहम ये मालूम नहीं होसका कि दोनों के माबैन क्या बातचीत हुई है । इस बातचीत के बावजूद मिस्टर मुकर्जी ने इस तनाज़ा पर किसी तरह का तबसरा करने से गुरेज़ क्या हुआ है