चिरंजीवी की नामज़दगी यक़ीनी , जी वी के को किरण कुमार की ताईद

तेलगू अदाकार चिरंजीवी को बहुत जल्द तरक़्क़ी मिलने का इमकान है और वो आंधरा प्रदेश क़ानूनसाज़ असेंबली के रुक्न से राज्य सभा के रुक्न बन जाएंगे । 30 मार्च को मुनाक़िद शुदणी राज्य सभा इंतिख़ाबात में रियासत की चार नशिस्तों पर कांग्रेस की जीत यक़ीनी है और चार के मिनजुमला एक नशिस्त पर चिरंजीवी की नामज़दगी(नोमिनेटिंग) यक़ीनी मालूम होती है ।

चिरंजीवी की प्रजा राज्यम पार्टी के कांग्रेस में इंज़िमाम केलिए गुज़श्ता साल तए शूदा मुआमलत के तहत चिरंजीवी को राज्य सभा केलिए नामज़द करते हुए मर्कज़ी काबीना में शामिल करने का वाअदा किया गया था ।वाज़ेह रहे कि रियासत से कांग्रेस के चार और सी पी आई-ओ-तेलगूदेशम के एक एक रुक्न की अप्रैल में सुबुकदोशी के सबब राज्य सभा की छः नशिस्तें मख़लूआ हो रही हैं। असेंबली में अददी क़ुव्वत के एतबार से कांग्रेस चार और तेलगूदेशम पार्टी दो नशिस्तों पर कामयाबी हासिल करसकती है ।

दीगर तीन नशिस्तों केलिए कांग्रेस क़ाइदीन में ज़बरदस्त मुक़ाबला आराई जारी है । कई बाअसर और सिनयरर क़ाइदीन अपनी नामज़दगी की कोशिशों में एक दूसरे पर सबक़त लेने की कोशिश कररहे हैं। साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर दासरी नारायण राव भी सुबुकदोश होने वाले चार अरकान में शामिल हैं वो अगरचे दुबारा मुंतख़ब होना तो चाहते हैं लेकिन उन्हों ने अपने एरादों ता हाल खुल कर इज़हार नहीं किया है ।

एक और साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर रेनू कार चौधरी जो फ़िलहाल कांग्रेस की तर्जुमान भी हैं राज्य सभा में पहूंचने केलिए नई दिल्ली में अपने असर-ओ-रसूख़ का इस्तिमाल कर रही हैं जबकि चीफ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी फ़िलहाल जी वी के ग्रुप के चीरमीन सनअतकार जी वी कृष्णा रेड्डी की नामज़दगी केलिए अपने असर-ओ-रसूख़ का इस्तिमाल कररहे हैं। तेलंगाना के हामी के केशव राव जो अप्रैल में सुबुकदोश होरहे हैं दूसरी मीआद केलिए अनथक कोशिशों में मसरूफ़ हैं।

लेकिन वो अपनी हिक्मत-ए-अमली के मुताबिक़ बदस्तूर ख़ामोशी इख़तियार किए हुए हैं ताकि हाईकमान के पसंदीदा लोगों में शुमार किए जा सकें। अगरचे मिस्टर केशव राव तेलंगाना के कट्टर हामी हैं इस के बावजूद तेलंगाना के कई ताक़तवर हामियों के इलावा चीफ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने भी केशव राव की दुबारा नामज़दगी की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं। केशव रावजो के के भी कहिलाय जाते हैं दो दिन क़बल चीफ मिनिस्टर से मुलाक़ात की थी ताकि ये इस्तिदा की जा सके कि इन की नामज़दगी के इमकानात पर पानी ना फेरा जाय ।

उत्तरप्रदेश से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस लीडर राशिद अलवी ने जो 2006 मैं आंधरा प्रदेश से राज्य सभा केलिए मुंतख़ब हुए थे हाईकमान से करीबी रवाबित का फ़ायदा उठाते हुए इस मर्तबा यहां से अपनी नामज़दगी की कोशिश कर रहे हैं । इस दौरान इंटक लीडर जी संजीवा रेड्डी भी राज्य सभा केलिए कांग्रेस की तरफ़ से नामज़दगी की कोशिश कर रहे हैं।

साबिक़ रियासती वज़ीर मुहम्मद अली शब्बीर इकलेती कोटा के तहत राज्य सभा केलिए नामज़दगी की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस क़ाइदीन का एहसास है कि राशिद अलवी के सबब शब्बीर की उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के एक सिनयरर लीडर ने कहाकि चूँकि चिरंजीवी की नामज़दगी यक़ीनहै दासरी नारायण राव की नामज़दगी का कोई इमकान नहीं रहेगा कियूं के दोनों का ताल्लुक़ एक ही तबक़ा से है ।

जी वी के की नामज़दगी की सूरत में संजीवा रेड्डी को महरूम होना पड़ेगा और अगर रेनूका चोदहरी हाईकमान को अपने हक़ में मुतास्सिर करने में कामयाब होजाती हैं तो के के ( केशव राव) को महरूम होना पड़ेगा । इस लीडर ने मज़ीद कहा चूँकि रेनूका का ताल्लुक़ भी तेलंगाना से है चुनांचे उन की नामज़दगी से इलाक़ाई तवाज़ुन भी मुतास्सिर नहीं होगा।

दूसरी तरफ़ तेलगूदेशम पार्टी में राज्य सभा के सुबुकदोश होने वाले रुक्न एम वी मैसूरा रेड्डी को दूसरी मर्तबा मौक़ा दिया जा सकता है अगरचे इधर भी साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर इरम नायडू , साबिक़ रियासती वुज़रा वाई राम कृष्णो डू और टी देवेंद्र गौड़ जैसे ताक़तवर दावीदारों के इलावा दो नशिस्तों केलिए दीगर कई कायन उम्मीदें वाबस्ता किए हुए हैं।

तेलगूदेशम पार्टी के ज़राए के मुताबिक़ इलाक़ाई तवाज़ुन बरक़रार खने केलिए ये पार्टी आंधरा । राइलसीमा से एक और तेलंगाना से एक उम्मीदवार नामज़द कर सकती है। इस सूरत में दूसरों के मुक़ाबले में देविंद्र गोड़ के इमकानात ज़्यादा रोशन हैं इस के साथ मेसोरा रेड्डी की दुबारा नामज़दगी का क़वी इमकानहै ।