चीनी फौज को हटाने के लिए हिंदुस्तानी फौज तैयार

नई दिल्ली, 26 अप्रैल: लद्दाख के इलाके में दरअंदाज़ी (घुसपैठ) करने वाली चीनी फौज को हटाने के लिए हिंदुस्तानी फौज पूरी तरह तैयार है। जम्मू दौरे से लौटे फौजी चीफ जनरल बिक्रम सिंह ने वज़ीर ए दिफा एके एंटनी और कौमी सलामती के मुशीर की अगुवाई वाले चीन मुताला ग्रुप (Study Group) को मौजूदा सूरत ए हाल की पूरी इत्तेला देने के साथ यकीन दिलाया कि चीनी फौज को पीछे धकेलने के लिए हिंदुस्तानी फौज पूरी तरह तैयार है।

हालांकि हुकूमत फौज के सुझावों और इख्तेयारात पर गौर करने के साथ-साथ फिलहाल सिफारती रास्ते पर ही आगे बढ़ने की हामी है। आज जुमे को दोनों मुल्कों के बीच एक और फ्लैग मीटिंग होनी है। माना जा रहा है कि इस मीटिंग में चीन का रुख नरम हो सकता है।

इस बीच यूएवी (Unmanned reconnaissance aircraft) से मौसूल इत्तेला से मालूम चला है कि सरहद के उस पार चीनी खेमे में फौजी सरगर्मियां मामूल के मुताबिक है , जिससे हिंदुस्तान का सिफारती इख्तेयारात पर एतेमाद बढ़ा है।

इसी वजह से हिंदुस्तान ने भी लेह वाकेए 14 कोर रेजीमेंट को पूरी तरह तैयार करने के बावजूद दरअंदाज़ी (घुसपैठ) के लिए रवाना नहीं किया है।

हालांकि एहतियात के तौर पर घुसपैठ वाली जगह से थोड़ी दूर आईटीबीपी की टुकड़ी भेजने के बाद हिंदुस्तान ने पांच लद्दाख स्काउट्स बटालियन से कुछ और फौजियों को डीबीओ इलाके में भेज दिया है।

जरूरत पड़ने पर फौजियों के कुछ और जत्थे को दरअंदाज़ी वाली जगह भेजे जाने की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। दूसरी ओर वज़ारत ए खारेजा के ज़राए की मानें तो चीन जल्द ही अपनी जिद छोड़ देगा क्योंकि उसके हिंदुस्तान के साथ 66 अरब डॉलर के कारोबारी रिश्ते हैं।

वह नहीं चाहेगा कि रिश्तों को बिगाड़ कर इक्तेसादी नुकसान उठाया जाए। चूंकि चीन के वज़ीर ए आज़म को अगले महीने हिंदुस्तान आना है, इसलिए वह इस तनाजे को ज्यादा तूल देने से बचेगा। हिंदुस्तान ने भी इस तनातनी के बीच आज ही वज़ीर ए खारेजा के चीन के दौरे की तारीख का ऐलान कर सिफारती (diplomatic) दांव चला ह्रै।

हुकूमत ने तनातनी (तनाज़े)के बीच वज़ीर ए खारेजा सलमान खुर्शीद का नौ मई का चीन के दौरे को जारी रखने का फैसला किया है।