नई दिल्ली, 27 अप्रैल: ( पी टी आई ) हुकूमत ने आज एक पारलीमानी कमेटी से कहा कि चीनी अफ़्वाज ने जम्मू वं कश्मीर के लद्दाख इलाक़ा में हिंदूस्तानी सरहद के 19 कीलोमीटर अंदर तक घुस कर ख़ेमे नसब कर लिए हैं और कोशिश की जा रही है कि सूरत-ए-हाल को ज्यों का त्यों बरक़रार रखा जा सके । मोतमिद दिफ़ा शशी कांत शर्मा-ओ-ओहदेदारों ने पारलीमानी स्टैंडिंग कमेटी बराए दिफ़ा को मतला किया कि हिंदूस्तान ने अफ़्वाज मुतय्यन कर दी हैं ताकि सरहद पर नज़र रखी जा सके ।
शर्मा और दीगर ओहदेदार कमेटी के रू ब रू हाज़िर हुए जबकि बी जे पी अरकान मुख़्तार अब्बास नक़वी और प्रकाश (Prakash Javadekar) ये जानना चाहते थे कि देपेसाइंग में हक़ीक़ी सूरत-ए-हाल क्या है जहां चीनी फ़ौज आ चुकी है और वहां इसने ख़ेमे नसब कर लिए हैं। कमेटी का इजलास मुक़र्ररा वक़्त से पहले ख़त्म कर दिया गया क्योंकि अरकान ओहदेदारों की इत्तेलाआत से मुतमईन नहीं हुए ।
अरकान ने उन से कहा कि वो सूरत-ए-हाल की हक़ीक़ी और दीगर इत्तेलाआत के साथ कमेटी के आइन्दा इजलास में पेश हों । ये इजलास 30 मई को होने वाला है । ओहदेदारों ने कमेटी से कहा कि हिंदूस्तानी फ़ौज के पेट्रोलिंग दस्ते ने 16 अप्रैल को इत्तेला दी थी कि दे पिसाइंग में चीन की पीपल्ज़ लिबरेशन आर्मी मौजूद है । ज़राए ने बताया कि चीनी फ़ौज ने हिंदूस्तानी सरहद में 19 कीलोमीटर अंदर तक घुस कर ख़ेमे गाड़ लिए हैं।
उन्होंने कमेटी को बताया कि चीन हिंदुस्तान के साथ बैन उल अक़वामी सरहद को तस्लीम करने से इंकार करता है और दोनों मुल्कों के माबेन कोई मुत्तफ़िक़ा लाइन आफ़ कंट्रोल नहीं है । ओहदेदारों ने कहा कि सरहद पर कुछ इलाक़े ऐसे हैं जहां हिंदूस्तान और चीन के माबेन हक़ीक़ी ख़त क़ब्ज़ा के ताल्लुक़ से इख़तिलाफ़ है ।
कहा गया है कि एल ओ सी पर इख़तिलाफ़ राय की वजह से इस तरह के वाक़ियात को चीन से रुजू किया जा रहा है । इस सिलसिले में सरहदी अमला के इजलास फ्लैग मीटिंग्स हॉट लाइन और सिफ़ारती चैनलों से ये मसला चीनी हुक्काम से रुजू किया जा रहा है । दिफ़ा से मुताल्लिक़ पारलीमानी कमेटी के आज के इजलास का एजंडा मुसल्लह अफ़्वाज की फ़लाह-ओ-बहबूद से मुताल्लिक़ था ताहम चीन की जानिब से जम्मू -ओ-कश्मीर में दरअंदाज़ी के पेश नज़र इस पर ताज़ा हालात से वाक़फ़ियत हासिल करने को तरजीह दी गई ।