शेमाली कोरिया के सिलसिला में अमरीका और जुनूबी कोरिया की तरफ़ से मुसलसल धमकी आमेज़ ब्यानात के दौरान चीन के सदर होजनताउ ने आज कहा कि कोरीयाइ जज़ीरे में अमन-ओ-अमान बरक़रार रखने के लिए तमाम फ़रीक़ों को तआवुन करना चाहीए।ख़बर रसां इदारा ज़सहवा के बमूजिब होजनताउ ने कहा मौजूदा वक़्त में कोरीयाइ जज़ीरे की सूरत-ए-हाल इंतिहाई पेचीदा है।
बहुत मुश्किल से हासिल होने वाले अमन-ओ-सुकून को हम यूंही नहीं गंवाना चाहेंगे। इस दौरान उन्हों ने तमाम फ़रीक़ों से कशीदगी को बढ़ावा ना देने के लिए सब्र-ओ-तहम्मुल से काम लेने की अपील की है।होजनताउ का ये ब्यान ऐसे वक़्त सामने आया है जब जुनूबी कोरिया में जारी बारहवीं न्यूक्लीयर चोटी कान्फ़्रैंस के मौक़ा पर सदर अमरीका बारक ओबामा ने कहा था कि अगर शेमाली कोरिया अगले महीने अपने मुजव्वज़ा राकेट प्रोग्राम पर अमल करता है तो इस के ख़िलाफ़ सख़्त पाबंदीयां आइद की जा सकती हैं।
मिस्टर ओबामा ने चीन को भी शेमाली कोरिया के ख़िलाफ़ सख़्त मौक़िफ़ ना अपनाने के मसले पर तन्क़ीद का निशाना बनाया था। अमरीका का ख़्याल है कि शेमाली कोरिया अपने राकेट प्रोग्राम की आड़ में तवील फ़ासले तक न्यूक्लीयर साज़ सामान ले जाने की सलाहीयत का मिज़ाएल तैय्यार कर रहा है जो अमरीका की रियासत अलास्का तक को निशाना बनाने की सलाहीयत का हामिल होगा।
ख़्याल रहे कि इस से कब्ल शेमाली कोरिया के 2009 में राकेट छोड़ने की अमरीका और अक़्वाम मुत्तहदा की सलामती कौंसल ने सख़्त मुज़म्मत की थी। इस के बाद शेमाली कोरिया छः फ्रीकी न्यूक्लीयर मुज़ाकरात से ख़ारिज होगया था और इस के चंद ही दिन बाद उस ने अपना दूसरा न्यूक्लीयर तजुर्बा किया था।