बीजिंग 27 दिसमबर (पी टी आई ) अमरीका । पाकिस्तान ताल्लुक़ात में इन्हितात के दौरान चीन ने पाकिस्तान की सयासी और फ़ौजी क़ियादत को तयक्कुन दिया है कि चीन पाकिस्तान की ग़ैर मुतज़लज़ल ताईद-ओ-हिमायत जारी रखेगा। ताकि उस की ख़ुदमुख़तारी और दाख़िली इस्तिहकाम बरक़रार रखने में मदद मिल सके। पाकिस्तान के बाएतिमाद हलीफ़ चीन ने पाकिस्तान को तयक्कुन दिया है कि वो आलमी और इलाक़ाई उमूर में वसीअतर किरदार अदा करेगा।
ये तयक़ुनात पाकिस्तानी क़ाइदीन को चीन के आला सतही सिफ़ारत कार दाई बनगो ने गुज़श्ता हफ़्ता अपने दौरा-ए-पाकिस्तान के मौक़ा पर दिए हैं। उन्हों ने कहा कि 26 नवंबर को सरहद पार से नाटो के फ़िज़ाई हमले जिन में 24 पाकिस्तानी फ़ौजी हलाक होगए थे। पाकिस्तान की ख़ुदमुख़तारी की वाज़िह ख़िलाफ़वरज़ी है । क़ब्लअज़ीं 24 डिसमबर को दाई बनगो अपना दौरा-ए-पाकिस्तान मुकम्मल कर के बीजिंग वापिस होचुके हैं। जहां उन्हों ने ब्यान देते हुए कहा कि बैन-उल-अक़वामी मंज़रनामा में चीन ।
पाकिस्तान दोस्ती में कोई फ़र्क़ पैदा नहीं होगा। वज़ारत-ए-ख़ारजा के तर्जुमान होंग ली ने आज प्रैस कान्फ़्रैंस के दौरान कहा कि चीन हमेशा पाकिस्तान की ताईद करता रहेगा । ताकि वो बैन-उल-अक़वामी और इलाक़ाई उमूर में वसीअ तर किरदार अदा करसकें। चीन को यक़ीन है कि पाकिस्तान में वो ज़हानत और सलाहीयत मौजूद हैं जो मुताल्लिक़ा ममालिक से ताल्लुक़ात से मुनासिब अंदाज़ में निमट सकती और अपनी सालमीयत बरक़रार रख सकती हैं।
दाई बनगो के दौरा-ए-पाकिस्तान के नताइज के बारे में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि होंग ली ने कहा कि इन का दौरा एक ऐसे वक़्त हुआ है जबकि सिफ़ारती ताल्लुक़ात और चीन पाक दोस्ती की साठवीं सालगिरा मनाई जा रही है ।