चीन की फ़िज़ाई ट्रैफिक फ़ौजी मश्क़ों से मुतास्सिर

चीन की जुनूब मशरिक़ी साहिली इलाक़ों में जंगी मश्क़ों और मशरिक़ी बहर चीन में हक़ीक़ी फायरिंग की मश्क़ों के नतीजा में फ़िज़ाई ट्रैफिक के लिए संगीन अंदेशे पैदा हो गए हैं, क्युंकि अगर कोई तैयारा जिस में सैंकड़ों मुसाफ़िर सवार हों, फायरिंग की ज़द में आ जाए तो इन सब की जानों के लिए ख़तरा पैदा हो सकता है।

जुनूब मशरिक़ी चीन में 29 जुलाई से चीनी फ़ौज की जंगी मश्क़ों का आग़ाज़ हो जाएगा। वज़ारत क़ौमी दिफ़ा ने अपने एक ब्यान में कहा कि ये मश्कें इंतिहाई अहमियत रखती हैं, क्युंकि उन से मुल्क की लड़ाका सलाहियत की जांच होती और हक़ीक़ी लड़ाका तरबियत की सतह और फ़ौजी तैयारीयों की सतह में इज़ाफ़ा होता है।

सरकारी ख़बररसां इदारा ज़िन्नावा के बामूजिब फ़ौज का ये ब्यान हक़ीक़ी फायरिंग की जंगी मश्कें आइन्दा हफ़्ता पाँच रोज़ तक मशरिक़ी बहिरे चीन में मुनाक़िद करने के एलान के बाद मंज़रे आम पर आया है।