बीजिंग 23 अक्टूबर (एजैंसीज़) तरक़्क़ी याफ़ता ममालिक में सर-ए-फ़हरिस्त चीन की 25 फ़ीसद ख़वातीन घरेलू तशद्दुद का शिकार होरही हैं। चीन की सरकारी न्यूज़ एजैंसी झीनावा ने बताया कि ए सी डब्लयू, यू एफ़ और नैशनल ब्यूरो आफ़ असटाटीसटकस के ज़रीया एक साल क़बल किए गए सर्वे से हासिल शूदा आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ चीन की 25 फ़ीसद ख़वातीन घरेलू तशद्दुद का शिकार हैं।
जिस में जिस्मानी अज़ीयत रसानी, शख़्सी आज़ादी से महरूमी, आमदनी पर गै़रक़ानूनी तौर पर क़बज़ा, इस्मत रेज़ि और दुश्नाम तराज़ी जैसे अफ़आल शामिल हैं। इन आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ एक लाख 5 हज़ार ख़वातीन पर गुज़श्ता डसमबर में सर्वे किराया गया था जिन में से 5.5 फ़ीसद ख़वातीन का कहना था कि वो जिस्मानी अज़ीयत रसानी का शिकार हुई हैं।