हुकूमत चीन ने सूबा ( प्रांत) झिनजियांग (xinjiang) में तलबा (छात्रों) और ओहदेदारों पर रोज़ा रखने और इबादत करने पर पाबंदी आइद की (प्रतिबंध लगाया) है। रमज़ान उल-मुबारक के मुक़द्दस (पवित्र/ पाक) माह के दौरान किसी भी किस्म की मज़हबी सरगर्मी से बाज़ रखा गया है। चीन की पार्टी ने इस सूबा ( प्रांत) में
अहकामात नाफ़िज़ किए हैं।
म्यूनसिंपल इलाक़ों में हुक्काम को हिदायत दी गई है कि वो स्कियोरिटी ( सुरक्षा) और इस्तिहकाम के काबिल अमल मंसूबों पर सख़्ती से अमल करे और मुसलमानों को इस माह मुक़द्दस में रोज़े रखने और इबादत करने से रोके। इन अहकामात के मुताबिक़ मुक़ामी सरकारी इदारों और स्कूलों के तलबा ओ ओहदेदारों को रोज़ा रखने और मसाजिद में नमाज़ पढ़ने से मना किया गया है।
झिनजियांग (xinjiang) में रमज़ान के दौरान इस तरह की पाबंदी नई बात नहीं है। 2009 में यहां नसली फ़साद भड़क उठा था जिस में 200 मुसलमान हलाक हुए थे। झिनजियांग (xinjiang) की मुस्लिम आबादी का निस्फ़ हिस्सा यहां से नक़्ल-ए-मकानी ( छोड़ देना) कर चुका है।