भारत को अगर चीन से प्रतिस्पर्धा करनी है, तो देश में शराबबंदी जरूरी : नितीश कुमार

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भारत को यदि चीन से प्रतिस्पर्धा करनी है, तो पूरे देश में शराबबंदी लागू करनी होगी. मुख्यमंत्री ने गुरु गाविंद सिंह जी की जन्मस्थली में मत्था टेका और पूजा-अर्चना भी की. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के 100वें साल होने के कारण इस वर्ष से लागू की गयी है. सब लोगों ने यही संदेश दिया था कि समाज को शराबमुक्त बनाया जाये, ताकि लोग ठीक ढंग से आगे बढ़ सके. उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि अफीम में डूबा हुआ देश था. लेकिन अफीम को छोड़ कर चीन कितना आगे बढ़ा है. जो लोग शराबबंदी पर बोतले रहते हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अगर देश को आगे बढ़ाना है, तो शराबबंदी लागू करनी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की इच्छा होती है कि हम चीन से प्रतिस्पर्धा करें, तो क्या भारत और उसकी नयी पीढ़ी शराब में डूब कर चीन का सामना करेगी.

सीएम ने कहा कि हमें धन्यवाद नहीं चाहिए, हमें तो कृपा चाहिए कि सब कुछ यहां अच्छे ढंग से संपन्न हों. अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन में कुछ लोगों ने कहा कि यह हमारे के लिए मक्का के समान है. उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि जितना यह प्रकाश पर्व आपका है, उतना ही यह पर्व हम सब लोगों का है. हमारी हमेशा कोशिश होती है कि हम सही रास्ते पर चलें और यही प्रार्थना करेंगे कि प्रेम और सद्भाव का माहौल समाज में बना रहे.

मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी बड़े काम का पहले लोग मजाक उड़ायेंगे, फिर उसका विरोध करेंगे और उसके बाद लोग साथ चल देंगे. मैं जानता हूं कि शराबबंदी बहुत बड़़ा काम है. प्रकाशोत्सव व चंपारण महोत्सव के मौके पर मुझे विश्वास है कि सबके सहयोग से इसमें सफलता मिलेगी. बिहार उदाहरण बनेगा.

विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यदि आप सब भी इसी प्रकार इसके लिए बोलते रहेंगे, समर्थन करते रहेंगे, तो जो कुछ लोग इसके विरुद्ध बोलते हैं, वे भी धीरे-घीरे ठीक हो जायेंगे और साथ हो जायेंगे. गुरुगंथ साहिब के मूल तत्व को समझने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में प्रेम, सद्भाव व नशामुक्ति का वातवरण बनेगा, तो इससे बड़ी और कोई सेवा नहीं होगी.