चीन की Telecommunications कंपनी ह्वावे (huawei) ने हिंदुस्तान के सरकारी टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल के नेटवर्क को हैक करने का काम किया है | हुकूमत ए हिंद सरकार इसी हैकर कंपनी का मोडेम इस्तेमाल करती है और अपने सारिफीन को इसी मोडेम की फराहमी करती है |
हिंदुस्तान के टेलीकम्युनिकेशन और आईटी रियासती वज़ीर किली क्रुपरानी ने बुध के रोज़ को ही लोकसभा में कुबूल किया कि बीएसएनएल की तरफ से हाल ही में चीन की कंपनी वावे की तरफ से नेटवर्क हैक किये जाने के मुताल्लिक इत्तेला मिली है इस मामले में हुकूमत ने वज़ारत की सतह पर एक जांच कमेटी भी बनायी है |
गौरतलब है कि हाल ही में आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में मोबाइल टावरों के नेटवर्क मुतास्सिर हुए थे इसके बाद जब इसकी जांच की गई तो यह हकीकत सामने आया कि किसी ने इन मोबाइल टावर के नेटवर्क को हैक करने की कोशिश की है. इसके बाद इसमें चीन की कंपनी ह्वावे का नाम सामने आया था. जिसके बाद हुकूमत ए हिंद ने एक जांच कमेटी की तश्कील की है |
बीएसएनएल ने दो साल पहले 1.10 करोड़ लाइनों की तौसीअ का ठेका चीन की ही एक कंपनी जेडटीई को दिया है इस मामले में जेडटीई के खिलाफ वावे ने भी टेंडर भरा था , लेकिन हुकूमत ए हिंद ने वावे के बजाये जेडटीई को काम सौंप दिया माना जा रहा है कि इसी के वजह से वावे ने बीएसएनएल नेटवर्क को हैक करने की कोशिश की है|