चीन की पार्लीमान ने क़ौमी सलामती के मुताल्लिक़ एक क़ानून की मंज़ूरी दी है जिस के बारे में नाक़िदीन का कहना है कि इस से सियासी इख़तिलाफ़ राय के ख़िलाफ़ जबर को मज़ीद वुसअत मिलेगा।
सरकारी ख़बररसां इदारे शेन्ख़वा के मुताबिक़ चीन की नैशनल पीपुल्ज़ कांग्रेस (एन पी सी) ने बुध को इस बिल को पास किया जिस के हक़ में 144 वोट आए जब कि एक रुक्न ग़ैर हाज़िर था।
इस क़ानून के मुताबिक़ हुक्काम को अख़्तियार हासिल होगा कि वो इलाक़ाई सलामती के तहफ़्फ़ुज़ और मुल्क के इंटरनेट, जो पहले ही सख़्त सेंसर का शिकार है, के लिए इक़्दाम कर सकेंगे।