चीन में मस्जिद के इन्हिदाम पर मुस्लमानों और पुलिस में झड़पें

बीजिंग, ०४ जनवरी (राइटर्स) चीन के शुमाल मग़रिबी मुस्तक़र में सैंकड़ों मुस्लमानों ने पुलिस के साथ झड़प में अपनी मस्जिद को मुनहदिम किए जाने की कोशिश को नाकाम करने अपनी जान भी क़ुर्बान कर दी।

हांग मीडीया ऐंड रेसिडेन्टस ने ये बात बताई। यहां मुस्लमानों का हुई नसली ग्रुप एक कसीर आबादी पर मुश्तमिल है। जुमा के रोज़ ननगज़या ख़ित्ता में जो मंगोलिया सूबा के क़रीब वाक़्य है, पुलिस और सैंकड़ों मुस्लमानों के दरमयान ज़बरदस्त झड़पें हुईं।

हुक्काम ने हुई ग्रुप के मुस्लमानों की जानिब से हालिया तामीर करदा मस्जिद को गै़रक़ानूनी क़रार दिया था। तावशान मौज़ा में रिहायश पज़ीर सैंकड़ों मुस्लमान भी एहतिजाज में शामिल हो गए और पुलिस के साथ टकराव की नौबत आ गई। अख़बार साउथ मॉर्निंग पोस्ट ने ये इत्तिला दी।

एक तरफ़ एहतिजाज करने वाले नहत्ते थे तो दूसरी तरफ़ पुलिस आंसूगैस शेल्स और चाक़ोवो से लैस थी। दरीं असना ताओशान के एक शहरी ने राइटर्स को बताया कि पुलिस के साथ झड़पों के दौरान वो अपने मकान पर नहीं था लेकिन उसे ये जान कर बहुत दुख हुआ जब मुस्तक़र के कुछ दोस्तों और साथीयों ने उसे ये बताया कि इस के ख़ानदान के कम-ओ-बेश पाँच अफ़राद पुलिस के साथ झड़पों में हलाक हो चुके हैं।

एक और शहरी जिस का नाम जिन हाइताओ था, ने बताया कि गांव वालों का ये भी ख़्याल है कि झड़पों में हलाक होने वालों में दो ख़वातीन भी शामिल हैं। ताओ शान के साकिनान ने ये भी शिकायत की कि हुक्काम ने ताओशान से और ताओशान तक तमाम टेलीफ़ोन लाईन्स को मुनक़ते करदिया था ताकि किसी को ये मालूम हो न सके कि वहां क्या हो रहा है।

हम सिर्फ एक मज़हबी फ़रीज़ा अंजाम देना चाहते थे (जुमा की नमाज़) लेकिन हुक्काम ने मस्जिद को ही मुनहदिम करदिया और अब हालात ये हैं कि पूरी ज़मीन को ढाँप दिया गया है क्योंकि वहां हर तरफ़ ख़ून बिखरा हुआ है।