चीन ने आज हज़ारों सिपाहीयों और पुलिस अमला के अलावा आतिश फ़िरौ अमला को ज़लज़ले से मुतास्सिरा युनान सूबा को रवाना किया है जहां आए तबाहकुन ज़लज़ले में अब तक हलाक होने वालों की तादाद बढ़ कर 400 होगई है। कहा गया है कि ज़लज़ले की शिद्दत 6.5 रिकार्ड की गई है।
गुज़िशता 14 बरसों में इस इलाक़े में ये सब से शिद्दत का ज़लज़ला क़रार दिया जा रहा है। अब तक महलोकीन की तादाद 398 तक जा पहूँची है और कुछ अफ़राद हुनूज़ लापता बताए गए हैं। कहा गया है कि दूसरे क़रीबी शहरों ज़हावटोनग और को जंग में भी ज़लज़ले के असरात से कुछ इमारतों को नुक़्सान पहूँचा है।
युनान के महिकमा सियोल उमूर के ओहदेदारों ने बताया कि ज़लज़ले के नतीजे में इस इलाकों से 2,30,00 अफ़राद को महफ़ूज़ मुक़ामात को मुंतक़िल किया गया है। महिकमा ने कहा कि ज़लज़ला इतनी शिद्दत का था कि कम अज़ कम 80,000 मकानात मुनहदिम होगए हैं और कुछ 124,000 मकानात को शदीद नुक़्सान हुआ है।
कहा गया है कि 319 अफ़राद हलाक हुए हैं जबकि किया जो या काओनटी में 66 अफ़राद हलाक हुए हैं। इस शहर में तीन अफ़राद का पता बताए गए हैं। बचाओ कारकुनों की जानिब से मलबा की सफ़ाई का काम तेज़ी से जारी है ताकि मलबा में अगर कोई ज़िंदा बच्चे हैं उन्हें फ़ौरी मदद और राहत पहोनचाई जा सके।
हुकूमत चीन की जानिब से चार हज़ार फ़ौजीयों को राहत-ओ-बचाओ कामों के लिए रवाना किया गया है। वज़ीर-ए-आज़म चीन मिस्टर ली कीक्याइंग ख़ुद मुतास्सिरा इलाक़े में पहूंच गए हैं ताकि राहत कामों का जायज़ा ले सकें। कहा गया है कि इलाक़े में शदीद बारिश का सिलसिला जारी है जिस के नतीजे में राहत कामों पर असर हुआ है।
इलाक़े में ट्रैफ़िक मुतास्सिर होगई है और दूर दराज़ के इलाक़ों में दर्जे हरारत में कमी वाक़्य होगई है। इस इलाक़े में ग़िज़ाई अजनास और अदवियात की क़िल्लत भी पैदा होगई है। इलाक़ा में गरज चमक के साथ बारिश की मज़ीद पेश क़ियासी की गई है और आइन्दा चार दिन तक ये सिलसिला जारी रहने का इमकान है।
एक मुक़ामी झील के इलाक़े से भी शहरीयों को महफ़ूज़ मुक़ामात को मुंतक़िल किया जा रहा है।