चीन: शी के तख्ता पलट का ‘षड्यंत्र’ रचने वाले बड़े चीनी नेता को उम्रकैद

कभी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उत्तराधिकारियों में शुमार रहने के बाद उनके विरुद्ध तख्तापलट की साजिश रचने के आरोपी रहे सुन झेंगकाई को 2.67 करोड़ डॉलर रिश्वत लेने के मामले में उम्रकैद की सजा सुनायी गयी है. राष्ट्रपति शी ने अपने पहले कार्यकाल में भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम शुरू की थी. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य रहे सुन इस व्यापक मुहिम की भेंट चढ़ने वाले एक और वरिष्ठ नेता हैं.

 

पिछले साल गिरफ्तार होने से पहले तक कम्युनिस्ट पार्टी के 54 साल के सुन को शी का उत्तराधिकारी समझा जाता था. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की ख़बर के मुताबिक, ‘फर्स्ट इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ऑफ तिआनजिन म्युनिसिपैलिटी’ ने सुन को 17 करोड़ युआन (2.67 करोड़ डॉलर यानी 1,80,29,17,500 रुपए) की रिश्वत लेने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनायी है.

कैद की सजा के अलावा जीवन भर के लिए सुन के सभी राजनीतिक अधिकार छीन लिये गये हैं और उनकी पूरी निजी संपत्ति जब्त कर ली गयी है. सार्वजनिक तौर पर सजा सुनाये जाने के दौरान सुन ने अपना गुनाह कबूल किया और कहा कि उन्हें इसका पछतावा है. उन्होंने कहा कि वो सज़ा स्वीकार करते हैं और इसके खिलाफ अपील नहीं करेंगे. शिन्हुआ के अनुसार उन्होंने यह भी कहा कि वो पूरी ईमानदारी से खुद को सुधारेंगे.

चीन की सरकारी मीडिया में छाई खबरों के मुताबिक, सुन पोलित ब्यूरो के पूर्व सदस्य और दक्षिण-पश्चिमी मेगा सिटी चोंगक्विन के पार्टी प्रमुख रहे हैं. एक समय में कम्युनिस्ट पार्टी में शीर्ष पद के दावेदार रहे सुन को पिछले साल अक्टूबर में पार्टी कांग्रेस के पहले अचानक पद से हटा दिया गया. बताते चलें कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने पहले कार्यकाल से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं.

वैसे शी के आलोचकों का आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ इस भ्रष्टाचार विरोधी  अभियान का इस्तेमाल किया है.