चीन संयुक्त सैन्य अभ्यास का निकट भविष्य अहया(चेतना प्राप्ति)

विदेश मंत्री भारत और चीन की मुलाकात के बाद संयुक्त घोषणा ‘आपसी रक्षा संबंधों में स्थिरता का वादा “कई मुद्दों पर सहमति

भारत और चीन ने अपने सैन्य और रक्षा संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आज कई उपायों से सहमत होने की घोषणा की जिसमें चार साल से बंद संयुक्त सैनिक अभ्यास की बहाली, सीमा पर सुरक्षा में सहयोग सुधार और प्रशिक्षण संस्थानों के बीच संबंध मजबूत करने के फैसले शामिल हैं.

दोनों देशों के विदेश मंत्री स्तर की आज लगभग डेढ़ घंटे की बैठक के बाद एक सरकारी घोषणा में कहा गया है कि 2008 से रद्द संयुक्त सैनिक अभ्यास जल्द ही फिर से शुरू होगा . बातचीत के बाद चीनी रक्षा मंत्री जनरल लियानग कवानगली के स्वागत के अवसर पर श्री अनटोनी ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने अगले साल चीन की यात्रा का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और आपसी सहमति से तय की जाने वाली तिथि पर बीजिंग जाएंगे.

भारत और चीन में आज साल आगे भी रक्षा और सैन्य रूपांतरण के बारे कई मुद्दों पर इत्तिफ़ाक़ राय हुआ. रक्षा मंत्री ए के अनटोनी और दौरा हिंद पर आए चीनी विदेश रक्षा जनरल लियानग गवानग के बीच उच्च स्तर की 90 मिनट की बैठक के दौरान दोनों पक्षों में सहमति हुई कि संयुक्त सैनिक अभ्यास का अगला दौर जल्द से जल्द पूरा होगा.

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता स्तानशक्र ने कहा कि दोनों देशों ने भारत. चीन सीमा के दोनों ओर सीमा रक्षक बलों के बीच सुरक्षा सहयोग भी स्थिर करने पर सहमत हुए. दोनों पक्षों ने घोषणा की कि वह एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने दोनों देशों के नौसेना के जहाजों के बंदरगाहों से लनगरान्दाज़ होने को बढ़ावा देने और छोटी समुद्री खोज एवं बचाव अभ्यास का आयोजन करने के लिए मिलजझुल कर काम करेंगे.

दोनों पक्षों ने इस का भी फैसला किया कि खाड़ी स्वर्ग में और सोमालिया के तट के पास समुद्र में समुद्री कज़ाकी की रोकथाम के लिए दोनों देशों की नौसेना मिलकर काम करेगी. पिछले आठ साल में चीन पपल्स लिबरेशन आर्मी के सर्वोच्च अधिकारी का यह पहला दौरा है.

जनरल लियानग ने पत्रकारों से कहा कि उनका देश भारत के साथ संबंधों को काफी महत्व देता है. उन्होंने कहा कि मैंने श्री अनटनी के साथ सुशोगार माहौल में बातचीत की. हम यह चर्चा की कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच रिश्ते कैसे बेहतर बनाए जाएं. हमने नौसेना के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी गोरो, जो जो खाड़ी स्वर्ग में समुद्री कज़ाकों के खिलाफ अभियान में पहले से ही जारी है.

चीनी नेता ने 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की. इस बैठक के विवरण बताते हुए रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता स्तानशो कार ने कहा कि दोनों देशों ने विभिन्न स्तर पर यात्रा के बारे में सहमति जताई है.