चीन से ख़तरे के बाइस लद्दाख में ज़ाइद अफ़्वाज की तैनाती : फ़ारूक़ अबदुल्लाह

नई दिल्ली, २७ नवंबर (पीटीआई) मर्कज़ी वज़ीर फ़ारूक़ अबदुल्लाह ने आज एक अहम बयान देते हुए कहा कि एक तरफ़ हिंदूस्तान चीन की जानिब दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है और दूसरी तरफ़ चीन से ख़तरे के पेशे नज़र लद्दाख में ज़ाइद अफ़्वाज भी तैनात कर रहा है ।

नारथर्न रीजनल साईंस कांग्रेस में नौजवान तलबा-ए-स्कालर्स और साईंसदानों से ख़िताब करते हुए उन्होंने लद्दाख में हवाई तवानाई के वसाइल के मौज़ू पर बात कर के अचानक अपना मौज़ू कुछ वक़्त के लिए बदल दिया । उन्होंने कहा कि लद्दाख में हिंदूस्तानी लोग हैं ।

हिंदूस्तानी अफ़्वाज की भी काबिल लिहाज़ तादाद वहां मौजूद है इसके बावजूद ज़ाइद अफ़्वाज को तैनात किया जा रहा है इसकी वजह क्या है ? सिर्फ़ ये कि हमें चीन से ख़तरा है ।

मैं यह बात आपको इसलिए कह रहा हूँ कि आप और मैं सब के सब हिंदूस्तानी हैं । अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ़ चीन के साथ दोस्ती का दम भरा जा रहा है लेकिन हमारी वो नसलें जो 60 की दहाई में जवान थीं उन्हें पता है चीन ने हिंदूस्तान के साथ क्या किया था ।

हिंदूस्तान ने एक अच्छा सबक़ सीखा था और शायद यही वजह है कि हम होशियार और चौकस रहना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि चीन अरूणाचल प्रदेश की सरहद पर एक ज़बरदस्त इनफ़रास्ट्रक्चर की तामीर कर रहा है जबकि हम लोग अभी सोचने में ही मसरूफ़ हैं ।

तवानाई के मौज़ू पर उन्होंने कहा कि 2030 तक हिंदूस्तान में तवानाई इस क़दर होगी कि इसके पास फ़ाज़िल तवानाई भी होगी जिससे दूसरे भी इस्तेफ़ादा कर सकेंगे ।

उन्होंने कहा कहा साफ़ सुथरे कोयले से भी तवानाई और न्यूक्लीयर तवानाई पैदा करने की कोशिश की जा रही है । 2022 तक तजदीदी वसाइल के ज़रीया हुकूमत ने 22000 मैगावाट तवानाई पैदा करने का निशाना मुक़र्रर किया है ।