चीफ़ मिनिस्टर का हैलीक्प्टओर बन गया आशिकों की सवारी!

* पायलट और टेक्नीशन के साथ फ्रैंड और गर्लफ्रेंड की हवाखोरी
हैदराबाद चंद साल क़ब्ल(पहले) हैलीकोप्टर‌ पायलट की ग़फ़लत और लापरवाही(सूस्ती) से एक चीफ़ मिनिस्टर के साथ 5,अफ़राद(लोगों) की अलमनाक(खतरनाक) मौत का वाक़िया पेश आया था ।

इस वाक़िये(हादीसें) के तल्ख़(भयानक) तजुर्बे से सबक़ हासिल करते हुए चीफ़ मिनिस्टर के इस्तेमाल में हैलीक्प्टओर की निगहदाशत और निगरानी को मूअस्सिर(असरदायक) बनाने की तवक़्क़ो(उम्मीद) रखना एक फ़ाश(बडी) ग़लती साबित होगई है । क्योंकि सरकारी हैलीकोप्टर‌ की हिफ़ाज़त एक भोंडा मज़ाक़ बन गया है ।

अज़ला के दौरों के लिए जिस हैलीकोप्टर‌ का चीफ़ मिनिस्टर इस्तिमाल करते हैं इस हैलीकोप्टर‌ का अमला(कार्यकर्ता) अपने फ्रेंड्स (दोस्तों ) और गर्लफ्रेंड स (महबूबाओं ) को सरकारी हैलीकोप्टर‌ में बिठाकर शहर हैदराबाद की मुफ़्त में सैर-ओ-तफ़रीह कर रहे हैं । शहर हैदराबाद में मोटर साइक़लों और मोटरकारों में आशिक़ जोड़ों के घूमने के मुनाज़िर आम हैं लेकिन सरकारी हैलीकोप्टर‌ की निगहदाशत से वाबस्ता(जूडे) एक टेक्नीशन ने अपनी माशूक़ा को हवा में सैर तफ़रीह करवाकर एक नई मिसाल क़ायम करदी है जबकि पायलट ने अपने दोस्त को हैलीकोप्टर‌ में बिठाकर हैदराबाद के आस्मान‌ पर चक्कर‌ लगाए।

ये ग़ैरमामूली कारनामा हैलीकोप्टर‌ के पायलट वरुण गुप्ता और टेक्नीशन सागर ने अंजाम दिया है इन दोनों ने मिलकर चीफ़ मिनिस्टर के हैलीकोप्टर‌ को आटो की तरह इस्तिमाल किया है ताहम पायलेट‌ और टेक्निशन‌ की मर्ज़ी के मुताबिक़ हैलीकोप्टर‌ परवाज़ नहीं करसकता जिस के लिए ग्राउंड क्लिरेंस की ज़रूरत और अर ट्रैफ़िक कंट्रोल की इजाज़त दरकार‌ होती है ।

जबकि बेगम पेट तेरांगाह(एयरपोर्ट) में सख़्त हिफ़ाज़ती इंतेजामात‌ में चीफ़ मिनिस्टर का हैलीकोप्टर‌ रखा जाता है और चीफ़ मिनिस्टर के दौरा के मौके पर ये हैलीकोप्टर‌ बाहर निकाला जाता है और हैलीकोप्टर‌ के लिए मुतय्यन अमला(तय कार्य कर्ता) इस के क़रीब जा सकता है जहां पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता । यहांतक‌ कि सरकारी हैलीकोप्टर‌ की परवाज़(उडान) के लिए कई एक क़वाइद की तकमील करनी पड़ती(पुरा करना पडता) है ।

डाक्टर वाई एस राज शेखर रेड्डी के हैलीकोप्टर‌ हादिसे में मौत के बाद डायरेकटर‌ जनरल पुलिस ने वी आई पी के हैलीकोप्टर‌ की देख भाल को मज़ीद(ओर) सख़्त करदिया है । इस के बावजूद किरण कुमार रेड्डी का हैलीकोप्टर तमाम क़वाइद की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए परवाज़ कर गया जिस के बाइस दोनों ने होशयारी से काम लेते हुए मुताल्लिक़ा ओहदेदारों को मुत्त्ला किया(खबर दी) कि डायरेकटर‌ जनरल पुलिस के दौरे के लिए ट्रायल ऑन (आज़माईशी परवाज़ ) का उज़्र पेश किया और हैलीकोप्टर‌ में पायलट ,टेक्नीशन और एक दोस्त ,एक गर्लफ्रेंड बैठ कर रफूचक्कर होगए और शहर हैदराबाद और रंगा रेड्डी में मज़े से हवाख़ोरी कर के वापिस आए ।

बताया जाता है कि चीफ़ मिनिस्टर के हैलीकोप्टर‌ की निगहदाशत और निगरानी की ज़िम्मेदारी स्टेट एवीशन कारपोरेशन की है जिस के लिए पायलट ,इंजिनीयर‌ और टेक्नीशन की ख़िदमात आउट सोर्सिंग की बुनियाद पर हासिल की जाती है फ़िलहाल (अभी)ये ज़िम्मेदारी मुंबई की एक कंपनी ओ एस एस को दी गई है । दरीं असना(इस बीच में) चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी ने चीफ़ सेक्रेटरी मिस्टर पंकज दीवीदी को हिदायत दी है कि सरकारी हैलीकोप्टर‌ के बेजा इस्तेमाल‌ की तहक़ीक़ात करवाईं जैसा कि मीडीया के एक रीपोर्टर‌ ने इस वाक़िया की ख़बर शाये की(छापी) है । उन्हों ने चीफ़ सेक्रेटरी से कहा कि बाद तहक़ीक़ात तफ़सीली रिपोर्ट पेश की जाये ।