चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी अपनी कुर्सी बचाने में मसरूफ़ रुकन असम्बली हरीश राव का ब्यान

हैदराबाद२० मई (सियासत न्यूज़) तेलंगाना राष़्ट्रा समीती के रुकन असम्बली मिस्टर हरीश राउ ने कहा कि तेलंगाना तहरीक में तमाम मज़ाहिब-ओ-तबक़ात शामिल है मगर बी जे पी फ़िर्कापरस्ती का ज़हर घोलते हुए मुस्लमानों को तहरीक से दूर करने के दरपे(उपाय) है। उन्हों ने कहा कि बी जे पी के तेलंगाना में तीन अरकान असम्बली की कामयाबी मुस्लमानों से जुड़ी है।

दो हलक़ों में मुस्लिम उम्मीदवारों को शिकस्त देते हुए कामयाबी हासिल की है जबकि निज़ाम आबाद के रुकन असम्बली को मिस्टर डी सरीनवास के तईं मुस्लमानों की बदज़नी से हासिल हुई है। उन्हों ने कहा कि महबूबनगर में बी जे पी ने कभी इंतिख़ाबात को राम। रहीम की कामयाबी से मौसूम किया गया तो कभी इस मुक़ाबला को हिंदुस्तान। पाकिस्तान से ताबीर किया गया।

उन्हों ने कहा कि अगर बी जे पी अपनी रविष तब्दील नहीं करेगी तो उसे तेलंगाना में बी जे पी उम्मीदवार अपनी ज़मानतें भी बचा नहीं पाइंगी। उन्हों ने बताया कि पर काल हलक़ा असम्बली में टी आर ऐस उम्मीदवार को 58,000 वोट और बी जे पी उम्मीदवार को सिर्फ 3,000 वोट हासिल हुए थी। इस हलक़ा में बी जे पी का कोई वज़न नहीं है। उन्हों ने कहा कि पर काल से बी जे पी को दावा मुनासिब नहीं है। मिस्टर हरीश राउ ने कहा कि आज बी जे पी हमें जे ए सी की दहाई दे रही मगर जब तेलंगाना काज़ के लिए अस्तीफ़ा देने की जय ए सी ने अपील की तो रियास्ती सदर बी जे पी मिस्टर जी किशन रेड्डी ने अस्तीफ़ा नहीं दे था। उन्हों ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी अपनी गद्दी बचाने की फ़िक्र में हैं और वो डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी के ही नक़श-ए-क़दम पर चल रहे हैं।

डाक्टर राज शेखर रेड्डी ने कहा कि 2009 -ए-के आम इंतिख़ाबात में तलंगाना मैं इंतिख़ाबी मरहला की तकमील पर कुरनूल पहुंच कर ये शोशा छोड़ा था कि तेलंगाना रियासत की तशकील की सूरत में सीमा आंधरा के अवाम को तेलंगाना में दाख़िल होने वीज़ा और पासपोर्ट की ज़रूरत लाहक़ होगी।

उन्हों ने टी आर इसपर मयाच फिक्सिंग के इल्ज़ामात को मज़हका ख़ेज़ क़रार देते हुए कहा कि कांग्रेस ये इल्ज़ाम आइद करती है कि टी आर ऐस, तलगो देशम और वाई ऐस आर कांग्रेस के माबैन मयाच फिक्सिंग होगई है जबकि तलगो देशम का ये इल्ज़ाम है कि टी आर उसने कांग्रेस के साथ मयाच फिक्सिंग की है। इस से साफ़ ज़ाहिर होता है कि कांग्रेस और तेलगु देशम पार्टी को अपनी अपनी शिकस्त का एहसास हो गया है, इसी लिए वो गुमराह कुन प्रोपगंडा में मशग़ूल हैं।