हैदराबाद। २२मई (सियासत न्यूज़)। कांग्रेस क़ाइदीन बिलख़सूस चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर किरण कुमार रेड्डी तलंगाना मसला पर बेशरमी का मुज़ाहरा कररहे हैं। चीफ़ मिनिस्टर अरकान असम्बली को अपना हमनवा बनाए रखने केलिए 25 लाख की गाड़ी बतौर तोहफ़ा पेश कर रहे हैं। अपनी हिमायत करवाने मिस्टर किरण कुमार रेड्डी काबीना के वुज़रा को मुक़द्दमात और तहक़ीक़ात के नाम पर ब्लैक मेल करके हुकूमत बचाने में मसरूफ़ हैं। रुकन असैंबली टी आर ऐस मिस्टर के तारिक रामा राव ने आज प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब के दौरान हुकूमत-ओ-चीफ़ मिनिस्टर पर ये इल्ज़ामात आइद किए ।
के टी आर ने चीफ़ मिनिस्टर के दौरा-ए-पर काल के दौरान पेश आए वाक़िया को क़ुदरत की नाराज़गी से ताबीर करते हुए कहा कि ना सिर्फ पर काल के अवाम ने चीफ़ मिनिस्टर को मुस्तर्द करदिया बल्कि क़ुदरतको चीफ़ मिनिस्टर का दौरा-ए-तलंगाना मंज़ूर नहीं था। उन्हों ने तेलंगाना के मुताल्लिक़ चीफ़ मिनिस्टर के रिमार्कस को तेलंगाना अवाम की तौहीन के मुतरादिफ़ क़रार देते हुए कहा कि चीफ़ मिनिस्टर एक मख़सूस तबक़ा से ताल्लुक़ रखने के सबब अब तक चीफ़ मिनिस्टर की कुर्सी पर बरक़रार हैं।
उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि मर्कज़ी हुकूमत मख़सूस तबक़ा की हिमायत हासिल करने किरण कुमार रेड्डी के ख़िलाफ़ किसी कार्रवाई से गुरेज़ कर रही है। मिस्टर के टी आर ने कहा कि इज़्ज़त-ए-नफ़स की जंग क्या होती है? इस के मुताल्लिक़ चीफ़ मिनिस्टर अभी नहीं जानती।
उन्हों ने बताया कि तलंगाना के साथ नाइंसाफ़ीयों के सिलसिला का ख़ातमा सिर्फ उसी वक़्त मुम्किन है, जब अलैहदा रियासत की तशकील अमल में लाई जाएगी। उन्हों ने चीफ़ मिनिस्टर को अपने ज़िला में कांग्रेस उम्मीदवारों को ज़िमनी इंतिख़ाबात में कामयाब करवाने का चैलेंज करते हुए कहा कि चीफ़ मिनिस्टर कम अज़ कम अपने ज़िला में कांग्रेस उम्मीदवारों को कामयाब बनाते हैं तो उन्हें इक़तिदार पर बरक़रार रहने का हक़ हासिल रहेगा, बसूरत-ए-दीगर उन्हें कांग्रेस की ज़िमनी इंतिख़ाबात में नाकामी की अख़लाक़ी ज़िम्मेदारी क़बूल करके ओहदे से मुस्ताफ़ी हो जाना चाहिए ।
के टी आर ने चीफ़ मिनिस्टर पर फ़िर्क़ा परस्तों को फ़रोग़ देने का इल्ज़ाम आइदकरते हुए कहा कि चीफ़ मिनिस्टर अक़ल्लीयतों के वोट हासिल करने उन्हें वोट बैंक के तौर पर इस्तिमाल करने वालों का सहारा ले रहे हैं। उन्हों ने बताया कि किरण कुमार रेड्डी मेंइक़तिदार पर बरक़रार रहने की कोई सलाहीयत मौजूद नहीं है बल्कि वो सिर्फ़ क़िस्मत के सबब इक़तिदार पर बरक़रार रहने में कामयाब होरहे हैं और उन्हें मख़सूस तबक़ा की हिमायत हासिल है।
रुकन असम्बली ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर फ़िर्कापरस्ती और मज़हबी तास्सुब को दूर करने का जो दरस दे रहे हैं, इस का उन्हें कोई हक़ नहीं पहुंचता। उन्हों ने ये इल्ज़ाम आइद किया कि चीफ़ मिनिस्टर ने जगन मोहन रेड्डी के दौरा-ए-टी टी डी के हक़ायक़ को मसख़ करते हुए अवाम के सामने पेश किया और फ़िर्कावाराना रंग देते हुए मुनाफ़िरत फैलाने की कोशिश के मुर्तक़िब हुए हैं।