चीफ़ मिनिस्टर अखिलेश यादव की हलफ़ बर्दारी

अखिलेश यादव जिन्होंने उत्तर प्रदेश में एस पी की क़िस्मत बदलने और उसे क़तई अक्सरीयत दिलाने में नुमायां रोल अदा किया , उन्हें आज 33 वीं चीफ़ मिनिस्टर यू पी की हैसियत से 19 का बीनी वुज़रा और 28 मिनिस्टर्स आफ़ स्टेट के साथ हलफ़ दिलाया गया। एस पी सरबराह मुलायम सिंह यादव के फ़र्ज़ंद 38 साला अखिलेश मुल़्क की सब से ज़्यादा आबादी वाली रियासत के नौजवान तरीन वज़ीर-ए-आला बने हैं।

हलफ़ बर्दारी तक़रीब जो यहां ला मारटीनरी कॉलिज (La Martinere College) ग्राऊंड में मुनाक़िद हुई, इसमें इस पी की अव्वलीन फेमिली के अरकान बिशमोल मुलायम सिंह यादव, अखिलेश की अहलिया डिम्पल, के इलावा मर्कज़ी वज़ीर पवन कुमार बंसल, साबिक़ गवर्नर यू पी-ओ-कल हिंद कांग्रेस के ख़ाज़िन मोती लाल वोहरा, रीता बहु गुना जोशी, प्रमोद तीवारी के साथ बी जे पी के कई सीनीयर क़ाइदीन , नीज़ चीफ़ मिनिस्टर पंजाब प्रकाश सिंह बादल, आई एन एल्बी लीडर ओम प्रकाश चौटाला, सी पी आई (ऐम) जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करट, सीताराम यचूरी, सी पी आई लीडर ए बी बर्धन और सनअत कार अनील अंबानी और सुब्रत राय सहारा मौजूद थे।

इलावा अज़ीं जामा मस्जिद दिल्ली के इमाम मौलाना अहमद बुख़ारी ने भी शिरकत की। फ़िल्मी दुनिया से जया बच्चन इस तक़रीब में मौजूद थीं। बी एस पी सरबराह और साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर मायावती के नुमाइंदों की हैसियत से साबिक़ का बीनी वुज़रा नसीम उद्दीन सिद्दीक़ी और स्वामी प्रसाद मोर्य ने भी शिरकत की। हलफ़ बर्दारी के थोड़ी देर बाद अखिलेश ने जो आस्ट्रेलिया से एनवायर्नमैंटल इंजीनीयरिंग (environmental engineering) में पोस्ट ग्रेजूएट हैं, कहा कि इनकी काबीना की पहली मीटिंग शाम में मुनाक़िद हो रही है जिसमें बाअज़ अहम फ़ैसले किए जाऐंगे।

उन्होंने सहाफ़ीयों को बताया कि समाजवादी पार्टी अपने मंशूर में किए गए वादों की तकमील करेगी। ला ऐंड आर्डर आज से हमारी ज़िम्मेदारी रहेगी। कोई ना इंसाफ़ी करने वाले अफ़िसरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। हलफ़ लेने वाले काबीनी वुज़रा आज़म ख़ान, शीवपाल सिंह यादव, अहमद हसन, वक़ार अहमद शाह, राजा महेन्द्र सिंह, अम्बीका चौधरी, आनंद सिंह, मुतनाज़ा एम एल ए रघू राज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भया हैं।

अखिलेश वज़ारत पुराने और नए चेहरों का इम्तिज़ाज है। आज़म ख़ान, वक़ार अहमद शाह, शिवपाल यादव, अहमद हसन और अम्बीका चौधरी जैसे वेटरनेस को काबीनी वज़ारतें दी गई हैं। नए चेहरों जैसे अभिषेक मिश्रा (पहली बार मुंतखिब एम एल ए) को भी वज़ारत में शामिल किया गया है। हुकूमत में मुस्लमानों की मुनासिब नुमाइंदगी यक़ीनी बनाई गई जैसा कि 3 काबीनी वुज़रा और 7 मिनिस्टर्स आफ़ स्टेट अखिलेश की वज़ारत में शामिल हैं। इसी दौरान अखिलेश यादव ने दागदार लीडर राजा भैया की काबीना में शमूलीयत की भरपूर मुदाफ़त की।