चीफ़ मिनिस्टर अवाम को सब्ज़-बाग़ दिखाने में मसरूफ़

करीमनगर 26 अगस्त: करीमनगर से मुझे ख़ास लगाऊँ और उंसीयत है। सयासी ज़िंदगी के हर अच्छे और बुरे दौर में करीमनगर के अवाम का साथ रहा है।

ताहयात उसे भूल नहीं पाऊँगा। ये वो बयान है जो तेलंगाना रियासत के क़ियाम पर के सी आर ने चीफ़ मिनिस्टर का ओहदा सँभालने के बाद पहली मर्तबा 5 अगस्त को साल पिछ्ले ज़िला करीमनगर के दौरे पर दिया था। उस वक़्त करीमनगर की हमा-जिहत तरक़्क़ी के लिए तारीख़ी एलानात किए गए थे।

करीमनगर को बैन-उल-अक़वामी सतह पर न्यूयार्क , लंदन की तर्ज़ पर तरक़्क़ी देकर ख़ूबसूरत बनाऊँगा। मैसूर के बृंदावन गार्डन की तरह से अजीवला पार्क के पास ( एल एम डी) के क़रीब 107 एकऱ् अराज़ी महिकमा आबपाशी के तहत जो थी इस से 100 एकऱ् अराज़ी जो दूसरों को मुख़तस की जा चुकी है वो मंसूख़ कर दी जाएगी और ज़रूरत महसूस की जाये तो और ज़मीन हासिल की जाकर ख़ूबसूरत शाही पार्क गाडन तामीर किया जाएगा। मानीर डैम ज़ख़ीरा आब में तैरता होटल होगा। जहां कई किस्म के जशन-ए-सालगिरह जैसी तक़ारीब के इनइक़ाद की सहूलत होगी। यहां तफ़रीह के लिए आने वालों के लिए आला सहूलतों के रेस्ट हाउज़ की तामीर की जाएगी। करीमनगर सरकारी दवाख़ाने को हैदराबाद के निम्स की तरह से तरक़्क़ी दी जाएगी। ज़िला में अवाम की सहूलत केलिए अर्बन और देही मुक़ामात के लिए अलाहिदा रेवेंयू दफ़ातिर होंगे था।

ये तमाम तरक़्क़ीयाती काम अंदरून पाँच साल पूरे किए जाऐंगे एलान किया था। इस तरह से इंतेहाई ख़ुशकुन वाअदे सुनहरे ख़ाब दिखलाय गए थे लेकिन निहायत अफ़सोस के साथ कहना पड़ रहा हैके के सी आर तेलंगाना चीफ़ मिनिस्टर के इस तारीख़ी किस्म के एलानात में से ताहाल एक पर भी अमल करना तो दूर ज़िक्र तक नहीं किया जा रहा है।