चीफ़ मिनिस्टर की दावते इफ़तार, सुधीर कमीशन आफ़ इन्क्वारी नजरअंदाज़

हैदराबाद 26 जून: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ की दावते इफ़तार के सिलसिले में यूं तो तमाम मह्कमाजात को दावत नामे रवाना किए जा रहे हैं लेकिन अक़लियतों के लिए क़ायम करदा सुधीर कमीशन आफ़ इन्क्वारी को नजरअंदाज़ कर दिया गया। बताया जाता है कि कमीशन की तरफ से दावत नामों के बारे में तवज्जा देने के बाद सदर नशीन के नाम पर सिर्फ एक दावतनामा लम्हा आख़िर में रवाना किया गया जबकि कमीशन के 3 मुस्लिम अरकान हैं जिनके लिए कोई दावतनामा नहीं है।

कमीशन के अरकान का रुत्बा हुकूमत के सेक्रेटरी के बराबर होता है लेकिन उन्हें नजरअंदाज़ करते हुए महिकमा अक़लियती बहबूद के ओहदेदारों ने अपनी बदनज़मी का सबूत दिया है। बताया जाता है कि पिछ्ले साल कमीशन को प्रोटोकोल के एतेबार से दावत नामे रवाना किए गए थे ताहम इस बात ना सिर्फ प्रोटोकोल को नजरअंदाज़ कर दिया गया बल्कि अक़लियतों के एक अहम इदारे के साथ नाइंसाफ़ी की गई। जिस तरह कमीशन को मुसलमानों के बारे में आदाद-ओ-शुमार फ़राहम करने में सरकारी मह्कमाजात तसाहुल बरत रहे हैं इसी तरह दावते इफ़तार के दावत नामे के मुआमले में भी कमीशन को नजरअंदाज़ कर दिया गया।