हैदराबाद 11 अगस्त: ख़तरनाक गैंगस्टर मुहम्मद नईम की अचानक एनकाउंटर में हलाकत ने कई हलक़ों में तजस्सुस पाया जाता है। सीनीयर पुलिस ओहदेदारों और बरसर-ए-इक्तदार सियासतदानों से क़रीबी ताल्लुक़ात रखने वाले नईम को एनकाउंटर में हलाक करने की वजूहात को जानने के लिए अवाम में बेचैनी पाई जाती है। बावसूक़ ज़राए के मुताबिक नईम ने एसा मुक़ाम हासिल कर लिया था जिससे वो बड़ी आसानी से पुलिस और सियासी क़ाइदीन से अंदरून चंद मिनट राबिता क़ायम करने में कामयाब होता था। हालिया दिनों नईम ने एसी हरकत की थी जिससे चीफ़ मिनिस्टर की तवज्जा इस पर मर्कूज़ हो चुकी थी।
रियासत के एक वज़ीर से ताल्लुक़ रखने वाले कांट्रेक्टर को जबरी वसूली के लिए धमकी आमेज़ फ़ोन कॉल्स के अलावा एक रुकने पार्लियामेंट की तरफ से अराज़ी तनाज़ा में मुदाख़िलत करने पर उन्हें मुआमलत से दस्तबरदार होजाने की धमकी दी थी। दोनों वाक़ियात को चीफ़ मिनिस्टर की रास्त निगरानी में लाए जाने की इत्तेला है जिस पर ब्रहम चीफ़ मिनिस्टर ने पुलिस आला ओहदेदारों को नईम का पता लगाने और इस की गै़रक़ानूनी सरगर्मीयों को फ़ौरी रोकने की हिदायत जारी की थी जिसके बाद इंटेलिजेंस अमला उस की तलाश में शिद्दत पैदा कर दी थी।
बरसर-ए-इक्तदार रुकने असेंबली, रुकने पार्लियामेंट और दुसरे सियासी क़ाइदीन को रास्त तौर पर धमकाने का हौसला रखने वाले नईम ने पुलिस के चंगुल से बचने की कोशिश करते हुए अलकापूरी कॉलोनी में अपनी पनाह-गाह क़ायम करते हुए करोड़ों रुपये नक़द रक़म , बेशुमार जायदादों के दस्तावेज़ात, असलाह जमा था।