दिल्ली की चीफ़ मिनिस्टर शीला दीक्षित के कारों के क़ाफ़िला के रास्ता से हटने से इनकार पर दो नौजवानों को गिरफ़्तार कर लिया गया, जिन में से एक एयर लाईन का मुलाज़िम (काम करने वाला) है।
दोनों नौजवान मनीष और समीर 26 साल के हैं। उन्हें मुख़्तसर (थोड़े) वक़्त के लिए हिरासत में रखने के बाद उन के बारे में तफ्सीलात से वाक़फ़ीयत हासिल करके रिहा कर दिया गया। ये वाक़्या ( घटना) मुकर्जी नगर में 11.15 बजे दिन पेश आया जबकि शीला दीक्षित बरारी जा रही थीं ताकि हज़रत ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिशती (र०) की दरगाह के ज़ाइरीन के कैंम्प का इफ़्तेताह (उद्वघाटन) कर सकें।
ओहदेदारों ने कहा कि उन्हें नौजवानों को गिरफ़्तार करना पड़ा क्योंकि उन्होंने चीफ़ मिनिस्टर के रास्ता से हटने से इनकार कर दिया था। ताहम ( फिर भी) उन की तफ्सीलात (पूरी जानकारी) हासिल करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।