नई दिल्ली: सीपीएम और जनता दल मुत्तहदा के एक वफ़द ने आज चीफ़ मिनिस्टर दिल्ली अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात की और उन तन्ज़ीमों के ख़िलाफ़ कार्यवाई पर-ज़ोर दिया जिन्होंने जवाहर लाल नहरू यूनीवर्सिटी में क़ौम दुश्मनी का जुनून भड़काने के लिए एक बनावटी वीडियो का इस्तेमाल किया था।
हुकूमत दिल्ली ने 9 फरवरी को मुनाक़िदा जेएनयू प्रोग्राम के बाज़ फूटेज की फोरनसिक जांच का हुक्म दिया था, जिसमें क़ौम दुश्मन नारे बुलंद करते हुए दिखाया गया है लेकिन इस वीडियो से छेड़-छाड़ करते हुए दूसरों की आवाज़ जोड़ दी गई थी और असल में ये आवाज़ उन अफ़राद की नहीं थी जिन्होंने प्रोग्राम में नारे बाज़ी कर रहे थे।
मज़कूरा वफ़द ने बनावटी वीडियो को बे-नक़ाब करने पर केजरीवाल से इज़हार-ए-तशक्कुर किया और तहक़ीक़ाती रिपोर्ट की बुनियाद पर क़सूरवार तन्ज़ीमों के ख़िलाफ़ कार्यवाई का मुतालिबा किया। सीपीएम के जनरल सेक्रेटरी सीताराम यचोरी ने बताया कि तहक़ीक़ात में ये पता चला है कि वीडियो टेप में रद्द-ओ-बदल किया गया है और फ़ारेनसिक जांच में भी वीडियो के साथ छेड़-छाड़ करने की तसदीक़ की गई।
अब शरपसंद तन्ज़ीमों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाई की ज़रूरत से जिन्होंने जेएनयू तलबा-ए-के ख़िलाफ़ क़ौम दुश्मन का जुनून भड़काने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर ने वफ़द के मुतालिबे पर कारवाई का तयक़्क़ुन दिया है और ये इत्तेला दी है कि बाज़ मीडिया के इदारों को नोटिसें जारी कर दी गई हैं जिन्होंने ये शर-अंगेज़ी की है। उसी वफ़द में सीताराम यचोरी के अलावा जेडीयू के रुकन पार्लियामेंट के सी त्यागी भी शामिल थे|