चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी साज़िशी बने हुए हैं जो अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तशकील में रुकावटें पैदा करने के लिए साज़िशों में मसरूफ़ हैं।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर दामोदर राज नरसिम्हा ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया। उन्होंने बताया कि अगर चीफ़ मिनिस्टर को वाक़ई सीमांध्र अवाम से मुहब्बत है और वो उन के लिए जद्द-ओ-जहद करना चाहते हैं तो फ़ौरी ओहदे से मुस्ताफ़ी होजाएं और एहतेजाज में शमूलीयत इख़तियार करें।
दामोदर राज नरसिम्हा ने बताया कि किरण कुमार रेड्डी दरहक़ीक़त बौखलाहट का शिकार होचुके हैं और तेलंगाना की तशकील को रुकवाने की ग़रज़ से हर तरह के तारिके इख़तियार करना चाहते हैं।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने किरण कुमार रेड्डी से इस्तिफ़सार किया कि उन्होंने क्युं एवान का वक़्त ज़ाए किया और मुबाहिस में हिस्सा ही क्युं लिया।
दामोदर राज नरसिम्हा ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर के हर इक़दाम का जवाब दिया जा सकता है लेकिन तेलंगाना क़ाइदीन सिर्फ़ इस लिए ख़ामोशी इख़तियार किए हुए हैं चूँकि मर्कज़ी हुकूमत की तरफ से तशकीले तेलंगाना के लिए तमाम तर उमूर् पर ग़ौर करने के बाद ही फ़ैसला लिया गया है।
उन्होंने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर जब बिल पर मुबाहिस के लिए वक़्त में तौसीअ तलब कररहे थे तो क्या उस वक़्त उन्हें इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि बिल में नक़ाइस-ओ-ख़राबियां हैं या फिर मुकम्मिल आंध्र प्रदेश तशकील जदीद बिल 2013 ही गै़रक़ानूनी है। उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर या सीमांध्र क़ाइदीन की तरफ से इस तरह की कोशिशें रायगां साबित होंगी और तशकीले तेलंगाना में ये रुकावट साबित नहीं होंगे