चीफ़ सेक्रेटरी की ख़िदमात में इमकानी तौसीअ

चीफ़ सेक्रेटरी प्रसन्ना कुमार मोहंती की सरविस में 3 माह की तौसीअ दिए जाने के इमकान पर नाराज़ चीफ़ कमिशनर लैंड एडमिनिस्ट्रेशन आई वाई आर कृष्णा राव‌ आज बतौर-ए‍एहतेजाज 10 दिन की रुख़स्त पर रवाना हुए।

मोहंती और कृष्णा राव‌ दोनों 1979 आई ए एस बयाच से ताल्लुक़ रखते हैं। मोहंती अपनी सुबकदोशी की उम्र पूरी होने के बाद आज सरविस से रिटायर्ड होने वाले थे।

उनकी जगह चीफ़ सेक्रेटरी ओहदे पर कृष्णा राव को मुक़र्रर किया जाने वाला था। अगर चेके रात देर गए तक भी मोहंती की सरविस में तौसीअ के लिए मर्कज़ से अहकामात जारी नहीं हुए हैं, मर्कज़ी काबीना ने भी रियासत में सदर राज नाफ़िज़ करने का फ़ैसला किया है लेकिन उमूमी तौर पर जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट की तरफ से सरविस से सबकदोश होने वाले ओहदेदार के लिए अहकामात जारी करते हैं और उनकी सुबकदोशी की तारीख़ का आलामीया जारी होता है।

अब तक मोहंती के केस में एसे कोई अहकामात जारी नहीं हुए। ताहम बावसूक़ ज़राए ने बताया कि मोहंती को चीफ़ सेक्रेटरी की हैसियत से बरक़रार रहने की हिदायत दी गई है क्युंकि वो आंध्र प्रदेश की तक़सीम के अमल की निगरानी कररहे हैं।

इस तबदीली के पस-ए-मंज़र में कृष्णा राव‌ ने आज दोपहर मोहंती को एक मकतूब रवाना किया जिस में लिखा गया है कि वो बतौर‍ए‍ एहतेजाज 10 दिन के लिए रुख़सत-ए-ख़ास हासिल कररहे हैं।

इस से ये ज़ाहिर होता है कि पी के मोहंती की सरविस में तौसीअ यक़ीनी है। हकूमत-ए-हिन्द उनकी ख़िदमात में तौसीअ देने पर ग़ौर कररही है। क़वाइद के मुताबिक़ किसी ओहदेदार की ख़िदमात में तौसीअ ख़ास मौक़ों पर दी जा सकती है।

ख़ासकर उस वक़्त जब कोई ओहदेदार ग़ैरमामूली मेरिट रखता हो और उनकी जगह इस ओहदे के लिए कोई मुतबादिल ओहदेदार ना हो और ना ही कोई उनकी बराबरी करसकता हो। कृष्णा राव‌ ने अपने मकतूब में शिकायत की है कि मोहंती की तरह क़ाबिल ओहदेदार मौजूद हैं, इस के बावजूद उन्हें तौसीअ देना अफ़सोसनाक है।