चुनाव आयोग ने लगाई भाजपा पर चुनाव प्रचार में पप्पू शब्द प्रयोग करने पर रोक

लोकसभा चुनाव प्रचार के समय भाजपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लिए अपने भाषणों और रैलियों में पप्पू कहकर संबोधित किया था। भाजपा ने राहुल गांधी के लिए पप्पू शब्द का इस्तेमाल कर उनका काफी मजाक बनाया था।

लेकिन अब बीजेपी अपने गुजरात चुनाव के चलते इलेक्ट्रॉनिक कैम्पेन में पप्पू शब्द का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी। चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी है।

आमतौर पर यह शब्द कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। चुनाव आयोग ने इसे आपत्तिजनक बताया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी को भेजे एक पत्र में चुनाव प्रचार अभियान से जुड़े टीवी विज्ञापन, होर्डिंग, पोस्टर और बैनर इत्यादि में “पप्पू” नाम के शख़्स के जिक्र पर आपत्ति जताई है। जिसके चलते लिखे गए पत्रों में चुनाव आयोग ने बीजेपी से अपने प्रचार सामग्री से पप्पू नाम हटाने के लिए कहा है।

इस बारे में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया है कि चुनाव से संबंधित कोई भी प्रचार सामग्री तैयार करने से पहले इसे (स्क्रिप्ट) कमेटी को सौंपना होता है। कमेटी इसका एक सर्टिफिकेट देती है। हालांकि कमेटी ने पप्पू शब्द पर आपत्ति जताते हुए इसे अपमानजनक माना है। उन्होंने इसे हटा कर उसकी जगह दूसरे शब्द का इस्तेमाल करने के लिए कहा है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी इस शब्द को हटाकर दूसरी स्क्रिप्ट चुनाव आयोग को सौंपेगी।

ख़बर रहे कि पप्पू शब्द को लेकर बीजेपी की गुजरात यूनिट ने 31 अक्टूबर को एक विज्ञापन मीडिया वेरिफिकेशन के लिए चुनाव आयोग के पास भेजा था। उसी दिन राज्य चुनाव आयोग ने बीजेपी के विज्ञापनों पर तीन आपत्तियां जताईं।

आपको बता दें की गुजरात में कुल 182 विधान सभा सीटें हैं। बहुमत के लिए 92 सीटें चाहिए। राज्य में पिछले 22 सालों से बीजेपी की सरकार है। राज्य में दो चरणों में 9 और 14 दिसंबर को चुनाव कराए जाएंगे और 18 दिसंबर को मतगणना होगी।