रमज़ान के दौरान राजनीतिक दलों की इफ्तार पार्टी का चलन काफी पुराना है और इफ्तार पार्टियों पर सियासत भी होती रही है। इस बार रमजान के साथ लोकसभा चुनाव भी है, ऐसे में इफ्तार पार्टियां ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
खासकर दिल्ली के लिहाज से यह बेहद अहम हैं, क्योंकि यहां 12 मई को सभी सात सीटों पर मतदान होना है। शायद यही वजह है कि मंगलवार को पहले रोजे से ही इफ्तार पार्टियां भी शुरू हो गई हैं। इस कड़ी में सबसे आगे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नजर आ रहा है।
Delhi: Senior RSS leader Indresh Kumar at 'Iftar' party organized by Muslim Rashtriya Manch in Okhla pic.twitter.com/n2euWnw3K1
— ANI (@ANI) May 7, 2019
आज तक पर छपी खबर के अनुसार, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने दिल्ली के बटला हाउस स्थित सामुदायिक केंद्र में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। इस इफ्तार पार्टी में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से जुड़े लोगों के अलावा आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने भी शिरकत की।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक इमरान चौधरी ने बताया कि संगठन ने हर साल की तरह इस बार भी इफ्तार पार्टी कराई है और इस साल दिल्ली के बटला हाउस को इफ्तार पार्टी के लिए चुना गया है।
यह इफ्तार पार्टी क्या चुनाव के चलते जल्दी कराई गई, इस सवाल पर इमरान चौधरी ने भी हामी भरी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस साल से इफ्तार के अलावा सहरी भी शुरू कराई जा रही है।
इमरान चौधरी के मुताबिक, 2002 में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच बनने के बाद साल 2007-08 से संगठन इफ्तार पार्टी करा रहा है। इस इफ्तार पार्टी से क्या मुस्लिम समाज को चुनाव से पहले साधने की कोशिश की गई है, इस सवाल पर इमरान चौधरी ने बताया कि संगठन का मकसद लोगों को एकजुट करना है और सौहार्द पैदा करना है, इसलिए इफ्तार पार्टी रखी जाती हैं।
वहीं, दिल्ली की मस्जिदों के इमामों को सैलरी देने वाले दिल्ली सरकार के फैसले पर भी इमरान ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इमामों की सैलरी बढ़े, हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन चुनावी साल में केजरीवाल सरकार ने यह फैसला सिर्फ राजनीतिक लाभ पाने के लिए किया है।