फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में अपने चुनाव प्रचार के दौरान किए गए खचों का फर्जी बिल लगाने के मामले में मुकदमे का सामना करना होगा। इस चुनाव में वे फ्रांस्वा ओलांद से हार गए थे। मीडिया रिपोर्ट्र्स के मुताबिक सरकोजी ने बाइगेमलियन नाम की कंपनी के फर्जी बिलों का इस्तेमाल करते हुए सीमा से कहीं ज्यादा खर्च किया था।
चुनाव प्रचार के लिए 2.25 करोड़ यूरो (करीब 162 करोड़ रुपये) की खर्च सीमा तय की गई थी। मामले से जुड़े दो जजों में से एक सर्ज टॉरनैर ने तीन फरवरी को फैसला सुनाया कि इस केस की सुनवाई होनी चाहिए। साल 2007 से 2012 तक राष्ट्रपति रहे सरकोजी को ओलांद से हार के बाद से कई मोर्चों पर कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है।
चुनाव हारने के बाद उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया था। उन्होंने इस साल दोबारा राजनीति में प्रवेश किया और राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बनने की कोशिश की, लेकिन प्राथमिक चुनाव में ही हार गए।