लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसके साथ ही उन्होंने अमेठी से भी अपनी हार स्वीकार कर ली. राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने प्रचार में कहा था कि जनता मालिक है. जनता ने आज अपना जनादेश दिया है. मैं नरेंद्र मोदी और भाजपा को बधाई देना चाहता हूं. कांग्रेस उम्मीदवार और कार्यकर्ता जिन्होंने चुनाव लड़ा उनका धन्यवाद करना चाहता हूं. इस चुनाव में नरेंद्र मोदी और भाजपा जीती है. मैं उन्हें बधाई देता हूं.’
इसके अलावा राहुल गांधी ने यूपी की अमेठी सीट से अपनी हार स्वीकार की. उन्होंने कहा, ‘अमेठी से स्मृति ईरानी ने जीत हासिल की है. मैं चाहता हूं कि स्मृति ईरानी प्यार से अमेठी की जनता का ख्याल रखे.’ साथ ही उन्होंने कहा, हार की ज़िम्मेदारी लेता हूं. मीडिया को धन्यवाद. हमारी भाषा प्यार है और प्यार कभी हारता नहीं. 100 फीसदी हार की जिम्मेदारी लेता हूं. यह विचारधारा की लड़ाई थी. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कहना चाहते हैं कि हम लड़ेंगे और विचारधारा को जिताएंगे.
बता दें, लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार ‘प्रचंड मोदी लहर’ पर सवार भारतीय जनता पार्टी रिकॉर्ड सीटों के साथ फिर से केंद्र की सत्ता पर काबिज होने जा रही है. निर्वाचन आयोग की ओर से गुरुवार को जारी मतगणना की ताजा जानकारी के अनुसार भाजपा 300 से ज्यादा सीटों पर आगे चल रही है. उधर, कांग्रेस 50 सीटों पर आगे है. आयोग ने 542 सीटों के रुझान/परिणाम जारी किये हैं. कर्नाटक की हावेरी सीट पर भाजपा के उदासी एस सी ने एक लाख 40 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की है.
ये चुनाव 68 वर्षीय मोदी को दशक के सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर स्थापित कर रहे हैं, निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतगणना के आंकड़े दिखाते हैं कि भाजपा अपने 2014 के प्रदर्शन से भी बेहतर करने जा रही है. वाराणसी से चुनाव लड़ रहे मोदी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से करीब डेढ़ लाख वोटों से आगे चल रहे थे जबकि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर में अपने करीबी उम्मीदवार से चार लाख से ज्यादा मतों से आगे चल रहे थे.
अगर मौजूदा रुझान अंतिम परिणामों में परिवर्तित हुए तो भाजपा 2014 के अपने प्रदर्शन में सुधार कर ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है. 2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें जीती थीं जबकि इस बार वह अपने दम पर 300 सीटों के करीब पहुंचती दिख रही है. भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 2014 की 336 सीटों के मुकाबले 344 सीटों पर काबिज होता दिख रहा है.
मतगणना के रुझानों के अनुसार, मोदी लहर के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की चुनावी रणनीति ने भौगोलिक और जातीय, उम्र, लिंग जैसे समीकरणों को मात देते हुए विपक्ष का सफाया किया है. राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में जहां समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन को एक कड़ी टक्कर के तौर पर पेश किया जा रहा था, वहां 80 लोकसभा सीटों में से 59 पर भाजपा आगे चल रही है जबकि सपा 6 सीटों पर और बसपा 12 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है. हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी. भाजपा का यह प्रदर्शन कई एग्जिट पोल में व्यक्त किये गए पूर्वानुमानों से कहीं बेहतर हैं.