बिहार में आई बाढ़ से मुतास्सिर लोगों के चूहा खाकर जिंदा रहने की खबर पर बिहार के वज़ीर ए आला जीतन राम मांझी ने अजीब बयान दिया है| उन्होंने कहा है कि चूहा मारकर खाना खराब बात नहीं है|
उन्होंने कहा कि मैं भी चूहा खाता था| मांझी शौकिया तौर पर चूहा खाने की बात कर रहे हैं| लेकिन बाढ़ से मुतास्सिर इलाकों के लोग शौक से नहीं बल्कि मजबूरी में चूहे खा रहे हैं|
बिहार के वज़ीर ए आला जीतन राम मांझी ने कई मुतनाज़ा बयान दिये हैं अभी कुछ दिन पहले सीएम जीतन राम मांझी अपने हल्क़े मखदुमपुर के झमणबिगहा गांव के पास स्कूल के अहाते में मुनाकिद इजलास से खिताब करते हुए उस वक्त भड़क उठे जब मौजूदा लोग तख्ती दिखाकर ‘बिजली नहीं तो वोट नहीं’ का नारा दे रहे थे|
सीएम ने साफ कहा कि मैं आप के इस गीदड़ धमकी की से डरने वाला नहीं हूँ उन्होंने कहा कि आप के वोट से हम नहीं जीतते है| आपका तेवर कह रहा है कि आप मुझे वोट नहीं देते है|