चेन्नई में बारिश ने तोडा 100 साल का रिकॉर्ड

चेन्नई, बारिश की मार झेल रहे चेन्नई में हवाई और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है। वहीं बारिश के प्रकोप का सबसे ज्यादा शिकार बने इलाकों में सेना, नौसेना और एनडीआरएफ के दलों ने बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। शहर में बिजली गुल होने की भी समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है।

एक रिपोट के मुताबिक बारिश ने पिछले 100साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है ,एयर इंडिया समेत सभी विमान सेवाओं ने चेन्नई हवाई अड्डे से अपनी सेवाओं का संचालन रद्द कर दिया है।

भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के प्रवक्ता ने नई दिल्ली में कहा कि एएआई ने इस संदर्भ में सभी विमान सेवा संचालकों को एनओटीएएम (नोटिस टू एयरमैन) जारी किया है।

प्रवक्ता ने कहा कि चेन्नई हवाई अड्डा प्रशासन ने शुरूआत में बुधवार सुबह तक संचालन बंद किया था लेकिन लगातार बारिश के कारण उसने गुरुवार सुबह छह बजे तक संचालन बंद रखने का फैसला किया है।

नोटिस टू एयरमैन एक ऐसा नोटिस होता है, जिसमें वायुक्षेत्र प्रबंधन के तहत किसी प्रतिष्ठान, स्थिति, या सुविधा, सेवा या प्रक्रिया में बदलाव आदि की जानकारी दी होती है।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए केंद्र ने सेना, नौसेना और एनडीआरएफ के दलों को पर्याप्त संख्या में तैनात किया है।

सेना, नौसेना और एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
सिंह ने कहा, प्रधानमंत्री ने एक ज्ञापन जारी किया है और हमने स्थिति का आकलन करने और एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए हमारे केंद्रीय दल को तैनात किया है, ताकि वहां हर संभव मदद पहुंचाई जा सके।

नौसैनिकों को चेन्नई के सादियापेट इलाके में तैनात किया गया है ताकि निचले इलाकों में फंसे लोगों को बचाया जा सके।

एनडीआरएफ के महानिदेशक ओ. पी. सिंह ने कहा कि एनडीआरएफ बारिश की मार झेल रहे राज्य में 15 अन्य दल उतार रहा है। 10 दल भुवनेश्वर से तिरूपति ले जाए जा रहे हैं जबकि अन्य पांच दल दिल्ली से ले जाए जा रहे हैं।

हर दल में 40 कर्मी हैं। इन दलों के पास बचाव अभियानों को अंजाम देने के लिए हवा भरने वाली 20 नौकाएं भी हैं।

रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि स्थिति से निपटने के लिए और अधिक बलों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा, हवाईअडडे का संचालन नहीं होने के कारण हमें बलों को लाने में मुश्किलें भी पेश आ रही हैं।

टूटा 100 साल का रिकॉर्ड
इन बारिशों ने 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। एक दिन में हुई बारिश वादापलानी, वालासरावाक्कम और नंगुमबक्कम में औसतन एक महीने में होने वाली बारिश के बराबर हो गई है और आसपास की क्षीलों का पानी शहर में आ गया है।

तांब्रम और मुदीचुर उपनगरीय इलाकों में स्थिति उस समय और अधिक खराब हो गई, जब चेंबरामबक्कम क्षील का जलस्तर बेहद बढ़ गया और निचले इलाकों में अभूतपूर्व ढंग से 26 हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। ये इलाके पहले से ही बारिश की मार झेल रहे थे।

मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा, तमिलनाडु में कुछ समय से बहुत भारी बारिश हो रही है और यहां 35 सेमी बारिश हुई है, जिससे तबाही की स्थिति पैदा हो गई।

उन्होंने कहा, इसकी यह उग्रता अगले 48 घंटे में और फिर 72 घंटे में कम होगी लेकिन यह पांच-सात दिन तक जारी रह सकती है।

द्रमुक सांसद कनिमोई ने मांग की है कि केंद्र को इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर देना चाहिए क्योंकि इससे सिर्फ चेन्नई ही नहीं बल्कि तमिलनाडु के तटीय इलाके भी प्रभावित हुए हैं।