नई दिल्ली : आज पार्लियामेंट के निचले सदन में जब कांग्रेस के नाइब सदर राहुल गाँधी के बोलने की बारी आई, उसी वक़्त वज़ीर ए आज़म राज्य सभा में अपनी बात रख रहे थे, इस अजीब कशमकश में चैनल वालों ने दोनों की क्लिप तो दिखाई लेकिन राहुल गाँधी के साइड की आवाज़ को बंद कर दिया और वज़ीर ए आज़म की आवाज़ को जारी रखा.
राहुल गाँधी ने “असहिष्णुता ” पे बोलते हुए आज पार्लियामेंट में कहा कि मुल्क में एहतिजाज का मतलब बग़ावत हो गया है.
राहुल ने कहा,” कलबुर्गी जी, दाभोलकरजी और पनसारेजी की हत्या कर दी गई, लेकिन वज़ीर ए आज़म ने कुछ नहीं कहा। उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है टॉलरेंस।”
उन्होंने आगे कहा कि “गांधी जी, हमारे राष्ट्रपिता को नाथु राम गोडसे ने सीने में तीन गोलियां मारी थीं। मैं देखूंगा कि मोदी जी साक्षी महाराज पर कब बोलेंगे। ” राहुल ने आरोप लगाया था कि साक्षी ने गोडसे को शहीद बताया था। इसके तुरंत बाद ने साक्षी महाराज ने राहुल के इस बयान की मुखालिफ़त की .
उन्होंने वी. के. सिंह पे भी तीखा हमला करते हुए कहा कि मोदी की हुकूमत में ऐसे भी वज़ीर हैं जो दलित बच्चों की तुलना कुत्तों से करते हैं फिर भी वज़ीर बने रहते हैं. वो हरयाणा में हुई वारदात का ज़िक्र कर रहे थे.
दादरी का ज़िक्र करते हुए उन्होंने वज़ीर ए आज़म पे हमला करते हुए कहा , “एक मुसलमान आदमी को सर्द खून मार दिया गया, जो आदमी उसकी सिक्यूरिटी का ज़िम्मेदार था, वो ख़ामोश है”